रिपोर्ट में बताया गया कि ट्विटर में छंटनी 1 नवंबर से पहले हो सकती है। इसके पीछे की बड़ी वजह यह है कि 1 नवंबर को कंपनी के सभी कर्मचारियों को स्टॉक ग्रांट्स दिए जाने वाले हैं। स्टॉक ग्रांट्स कर्मचारियों के वेतन का एक बड़ा हिस्सा होते हैं। मस्क ये कर्मचारियों को नहीं देना चाहते हैं।ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद एलन मस्क बड़े बदलाव की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट मांगी हैं जिन्हें निकाला जा सकता है। इससे पहले मस्क सीईओ पराग अग्रवाल समेत बड़े ट्विटर अधिकारियों को हटा चुके हैं।
दुनिया की दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर का अधिग्रहण करने बाद नए बास एलन मस्क बड़े बदलाव की तैयारी कर रहे हैं। हाल में आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि मस्क बड़े स्तर पर ट्विटर में नौकरियों की छंटनी कर जा रहे हैं। शनिवार को इसे लेकर काम भी शुरू कर दिया गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मामले से जुड़े हुए लोगों का कहना है कि मैनेजर्स से ऐसे लोगों की लिस्ट निकालने को कहा गया, जिन्हें नौकरी से निकाला जा सकता है। वहीं, इससे पहले आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ट्विटर के अधिग्रहण के बाद मस्क करीब 75 प्रतिशत कंपनी का स्टाफ कम कर सकते हैं। ट्विटर में मौजूदा समय में 7,500 के करीब कर्मचारी काम करते हैं।
ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद एलन मस्क बड़े बदलाव की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट मांगी हैं जिन्हें निकाला जा सकता है। इससे पहले मस्क सीईओ पराग अग्रवाल समेत बड़े ट्विटर अधिकारियों को हटा चुके हैं।
ट्विटर निवेशकों से बड़ा वादा कर चुके हैं मस्क
रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर का अधिग्रहण करने के लिए फंड जुटाते समय मस्क ने निवेशकों को काफी सारे वादे किए हैं। मस्क ने निवेशकों से कहा है कि ट्विटर को एक निजी कंपनी बनाने, कर्मचरियों की संख्या में कटौती, नियमों में बदलाव और आय बढ़ाने के विकल्पों पर काम किया जाएगा।
सीईओ पराग समेत बड़े अधिकारियों को निकाला
ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद मस्क ने सीईओ पराग अग्रवाल, लीगल एग्जीक्यूटिव विजया गाड्डे, चीफ फाइनेंशियल अफसर नेड सेगल और जनरल काउंसल सीन एडगेट को हटा दिया गया था।