महिलाओं में पीरियड देरी होने के कई वजहें हो सकती हैं। अगर आपका पीरियड 35 दिन से ज्यादा हो जाएं तो इसे लेट पीरियड माना जा सकता है। इस लेख में आपको लेट पीरियड होने के कारणों के बारे में बताएंगे।
महिलाओं में लेट पीरियड्स होने के कई कारण हो सकते हैं। बदलती जीवनशैली, तनाव, अनहेल्दी डाइट आदि के कारण पीरियड्स लेट होने की संभावना होती है। पीरियड्स साइकिल समान्य तौर पर 28-35 दिनों का होता है। लेकिन अगर इससे भी ज्यादा लेट पीरियड हो, तो ऐसे में इसे नजरअंदाज न करें। पीरियड्स लेट होने की ये मुख्य वजहें हो सकती हैं। आइए जानते हैं, इस बारे में…
कभी-कभी कमजोरी के कारण भी देरी से पीरियड होती है। अगर आप सर्दी-जुकाम, बुखार या अन्य किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो ऐसे में शरीर कमजोर हो जाता है। इस वजह से पीरियड लेट हो सकते हैं।
– अगर आपको थायराइड की समस्या है, तो इसके कारण पीरियड में देरी हो सकती है।
– वजन में उतार-चढ़ाव के कारण पीरियड अनियमित हो सकता है। अगर अचानक से वजन बढ़ता है या घटता है, तो इस वजह से पीरियड में देरी हो सकती है।
कई बार लेट पीरियड होने के कारण स्ट्रेस भी हो सकते हैं। तनाव के कारण शरीर में हॉरमोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है, जिससे महिलाओं में पीरियड लेट हो सकते हैं।
– ब्रेस्टफीडिंग के कारण भी पीरियड में देरी होती है। जब महिलाएं अपने बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग कराती हैं, तो उन्हें लेट पीरियड हो सकती है।
– अगर महिलाओं के पेट में किसी प्रकार की गांठ बन जाती है, तो इस वजह से पीरियड स्किप हो सकते हैं, ऐसे में डॉक्टर से सलाह लें।
बर्थ कंट्रोल पिल्स के कारण भी पीरियड में देरी हो सकती है। जब महिलाएं इसका सेवन करती हैं, तो पीरियड जल्दी आ सकते हैं और देरी भी हो सकती है।
– अगर महिलाओं में एनीमिया की समस्या है, तो इस वजह से भी लेट पीरियड हो सकते हैं। अगर आयरन की भी कमी है, तो लेट पीरियड की समस्या हो सकती है।