खेरसान पर रूस के इरादे साफ नहीं- यूक्रेन..

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के दौरान अमेरिका ने दावा किया है कि अब तक दोनों देशों को जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में खेरसान से रूसी सैनिकों का पीछे हटना युद्ध में निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।खेरसान से रूसी सेना का पीछा हटना इसलिए भी बेहद मायने रखता है, क्‍योंकि 24 फरवरी से जारी युद्ध में खेरसान अकेली प्रांतीय राजधानी थी जिस पर रूस कब्जा कर पाया। रूस को अब उसे छोड़ना पड़ रहा है। ऐसे में यूक्रेन की सेना बेहद सावधानी से कदम बढ़ा रही है। रूस के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने बुधवार रात ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, ‘वे (रूसी सैनिक) बाहर जा रहे हैं, लेकिन उन्‍होंने पूरी तरह से क्षेत्र को नहीं छोड़ा है। फिलहाल, हम उनके इरादों को नहीं जानते हैं। क्या वे हमारे साथ लड़ने की नई रणनीति बना रहे हैं? क्या वे खेरसान शहर पर फिर कब्जा करने की कोशिश में पीछे हट कर फिर वार करेंगे? वे बहुत धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं।

 क्‍या रूस की सेना वाकई खेरसान शहर से लौट रही है? यूक्रेन का कहना है कि ऐसा लगता नहीं है कि रूसी सैनिक खेरसान पर कब्‍जा छोड़ रही है। बता दें कि यूक्रेन के खेरसान शहर से अपनी सेना हटाने का एलान किया है। यह आदेश रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने यूक्रेन के अपने सैन्य कमांडर को दिया है। यूक्रेन को अंदेशा है कि रूस किसी खास रणनीति पर काम कर रहा है। इसलिए खेरसान से बेहद धीमी गति से रूसी सेना की रवानगी हो रही है।

युद्ध में निर्णायक साबित हो सकता है रूसी सैनिकों का पीछे हटना

यूक्रेनी का कहना है कि खेरसान शहर में रूसी सेना के कुछ सैनिक अभी मौजूद हैं, इसलिए वो वहां जाने में जल्दबाजी नहीं दिखाएगी। यूक्रेन से युद्ध के दौरान खेरसान शहर से कब्‍जा छोड़ना रूस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अमेरिका की मानें तो रूस को इस युद्ध की अभी तक भारी कीमत चुकानी पड़ी है। यूक्रेन से युद्ध के दौरान रूस के मारे गए और घायल सैनिकों की संख्‍या 1 लाख के पार पहुंच गई है। ऐसे में रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू का खेरसान से रूसी सैनिकों को पीछे हटाने का फैसला इस युद्ध में निर्णायक साबित हो सकता है।

रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान 1 लाख से ज्‍यादा लोगों की मौत

रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान अब तक दोनों देशों को जानमाल का भारी नुकसान हो चुका है। अमेरिका के शीर्ष जनरल ने बुधवार को अनुमान लगाया कि युद्ध में रूस की सेना के मारे गए और घायल सैनिकों की संख्‍या 100,000 से अधिक हो गई है। वहीं, यूक्रेन की सेना को भी ‘शायद’ इतना ही नुकसान झेलना पड़ा है। इसके साथ ही उन्‍होंने बताया कि युद्ध के दौरान अब तक लगभग 40,000 यूक्रेनी नागरिक भी मारे गए हैं। हालांकि, जनरल मार्क मिले ने न्यूयॉर्क में इकोनॉमिक क्लब से बात करते हुए यह नहीं बताया कि उन्होंने ये आंकड़े कैसे जुटाए।बता दें कि खेरसान शहर के पूर्व में मुख्य मार्ग पर इनहुलेट्स नदी पर बना पुल उड़ाए जाने की खबर है। रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण खेरसान सहित यूक्रेन के चार क्षेत्रों को अक्टूबर में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस में शामिल करने की घोषणा की थी। रूस ने अपने क्षेत्र में शामिल क्षेत्रों पर कब्जे की कोशिश होने पर परमाणु हथियार के इस्तेमाल की भी चेतावनी दी थी। ऐसे में ये भी कहा जा रहा है कि पुतिन कहीं किसी बड़े हमले की तैयारी तो नहीं कर रहे हैं।

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