बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने नए साल का जश्न नहीं मनाने की मांग की है। संगठन 31 दिसंबर को नए साल की पूर्व संध्या समारोह की आड़ में होने वाली पार्टियों का विरोध कर रहे हैं।
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने नए साल का जश्न नहीं मनाने की मांग की है। बीडी और विहिप ने शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार से आग्रह किया है कि वे नए साल के जश्न की आड़ में नशीली दवाओं और शराब का सेवन कर अश्लील डांस करने वाले कार्यक्रमों की अनुमति न दें।
नए साल के जश्न का विरोध क्यों?
बता दें कि संगठन 31 दिसंबर को नए साल की पूर्व संध्या समारोह की आड़ में होने वाली पार्टियों का विरोध कर रहे हैं। संगठन ने कहा कि नये साल के कार्यक्रम के दौरान अश्लील डांस किए जाएंगे जो कि पश्चिमी संस्कृति पर आधारित होते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि ऐसी पार्टियों में ड्रग और माफिया के अपने नेटवर्क को चौड़ा करने की संभावना होती है।
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी बार और पब को बंद करने और कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
पठान फिल्म का भी कर रहे विरोध
शाह रुख खान और दीपिका पादुकोण की आगामी फिल्म ‘पठान’ इन दिनों विवादों के घेरे में बनी हुई है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने भी फिल्म पठान का विरोध किया है और संगठन ने स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं देने को भी कहा है। उन्होंने कहा कि अगर फिल्म रिलीज होती हैं तो किसी भी घटना की जिम्मेदारी सिनेमा घर की होगी। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने फिल्म के गीत ‘बेशर्म रंग’ पर आपत्ति जताई है।
क्यों हो रहा बेशर्म रंग गाने का विरोध
शाह रुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘पठान’ का पहला गाना ‘बेशर्म रंग’ कुछ ही दिन पहले रिलीज हुआ है, जिसमें दीपिका पादुकोण के कपड़ों खासकर भगवा रंग की मोनोकिनी को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। विरोध करने वालों का कहना है कि इस गाने में एक्ट्रेस ने भगना रंग पहना हुआ है। भगवा रंग हिंदू धर्म का प्रतीक माना जाता है और दीपिका इस रंग के कपड़े पहन बेर्शम रंग के गाने पर डांस कर रही है, जो काफी आपत्तिजनक है।