भारत ने 2022 में धनुष निर्भय अग्नि प्रहार जैसी कई मिसाइलों का सफल परीक्षण किया..

भारत ने स्वदेशी मिसाइलों का परीक्षण कर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई है। भारत ने इस साल यानी 2022 में धनुष निर्भय अग्नि प्रहार जैसी कई मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है। सुरक्षा के लिहाज से इन मिसाइलों का टेस्ट भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है।

भारत ने हाल के वर्षों में रक्षा क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। रक्षा आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते हुए भारत नए मुकाम भी हासिल कर रहा है। भारत ने स्वदेशी मिसाइलों का परीक्षण कर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई है। भारत ने इस साल यानी 2022 में धनुष, निर्भय, अग्नि, प्रहार जैसी कई मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है। सुरक्षा के लिहाज से इन मिसाइलों का टेस्ट भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है। ‘मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन को ध्यान में रखते हुए स्वदेशी हथियार प्रणालियों को विकसित करने में भी भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है। तो चलिए इस रिपोर्ट में हम आपको बतातें हैं कि भारत ने साल 2022 में किन मिसाइलों का परीक्षण किया है और आज भारत मिसाइल क्षेत्र में कहां खड़ा है।

मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल

डीआरडीओ ने जनवरी के महीने में इस मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। स्वदेशी रूप से विकसित एंटी टैंक मिसाइल का वजन कम है और इसे पोर्टेबल लॉन्चर से लॉन्च किया जाता है। परीक्षण के समय मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य पर निशाना साधा और उसे नष्ट कर दिया।

हेलिना मिसाइल

स्वदेशी रूप से विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ‘हेलीना’ को हेलीकॉप्टर से अप्रैल में लॉन्च किया गया। इस मिसाइल का दो बार सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। परीक्षण डीआरडीओ, भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था। मिसाइल ने सटीक निशाना लगाते हुए लक्ष्य को भेद दिया था।

ब्रह्मोस एक्सटेंडेड रेंज एडिशन

मई 2022 में भारत ने सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस एयर लॉन्च मिसाइल के एक्सटेंडेड रेंज एडिशन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इसके सफल होने के साथ ही अब एयरफोर्स सुखोई फाइटर एयरक्राफ्ट से लंबी दूरी तक जमीन या समंदर में किसी लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाकर हमला करने में सक्षम हो गई है। परीक्षण के दौरान बंगाल की खाड़ी में जो तय लक्ष्य था, ब्रह्मोस ने उस पर सटीक निशाना लगाया।

नेवल एंटी शिप मिसाइल

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने मई में ओडिशा के आइटीआर परीक्षण स्थल के बालेश्वर में नौसेना के हेलीकॉप्टर सीकिंग 42 बी से एक सफल परीक्षण किया था। परीक्षण में मिसाइल अपने निर्धारित लक्ष्य को सफलतापूर्वक ध्वस्त करने में कामयाब रही। ये नौसेना के लिए स्वदेश निर्मित पहली एंटी शिप मिसाइल थी जिसे हवा से दागा गया था।

लेजर गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल

स्वदेशी रूप से विकसित लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का जून में परीक्षण किया गया था। डीआरडीओ और भारतीय सेना ने मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन से इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। परीक्षण में लेजर गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल ने सटीकता के साथ लक्ष्य को भेद दिया था।

वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल

वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल का डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने 23 अगस्त 2022 को ओडिशा, चांदीपुर में सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। इससे पहले भी ये परीक्षण भारतीय नौसैनिक पोत से 24 जून, 2022 को किया गया था।

क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल

भारतीय सेना और डीआरडीओ ने सितंबर 2022 में हाई स्पीड एयरबोर्न टारगेट के खिलाफ 6 उड़ान परीक्षण किए थे। ये परीक्षण विभिन्न प्रकार की मिसाइलों सहित अलग-अलग सिनेरियो में हथियार प्रणाली की क्षमताओं का आकलन करने के लिए किए गए थे।

सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल

आईएनएस अरिहंत से अक्टूबर में पनडुब्बी से छोड़ी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया था। मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी में अपने लक्ष्य को सटीकता के साथ नष्ट किया था। ये परीक्षण तकनीकी मानकों पर खरा उतरा था। आईएनएस अरिहंत भारत की परमाणु संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है। इसकी खासियतों की बात करें तो ये पनडुब्बी जमीन, हवा और समुद्र से परमाणु हमला करने की क्षमता रखती है।

अग्नि-3

भारत ने इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-3 का सफल परीक्षण ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किया था। ये परीक्षण नवंबर के महीने में किया गया था। इससे पहले अग्नि-4 का सफल प्रशिक्षण प्रक्षेपण जून में किया गया था।

बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस इंटरसेप्टर

इसी साल नवंबर में बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम को दुरुस्त करने की दिशा में भारत ने एक और कामयाबी हासिल की थी। भारत ने ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से लार्ज किल एल्टीट्यूड ब्रैकेट के साथ फेज- II बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (बीएमडी) इंटरसेप्टर एडी-1  का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया था। इस मिसाइल को डीआरडीओ ने विकसित किया है।

अग्नि-5

रक्षा क्षेत्र को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के मकसद से भारत ने 15 दिसंबर 2022 को परमाणु हमला करने में सक्षम इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) अग्नि-V का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। मिसाइल का परीक्षण ओडिशा तट के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया। ये अग्नि मिसाइल श्रृंखला का नवीनतम परीक्षण था। ये मिसाइल उच्च स्तर की सटीकता के साथ करीब 5,000 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Time limit exceeded. Please complete the captcha once again.