बीते शुक्रवार को सर्च इंजन गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को निकाले जाने का ऐलान किया। टेक कंपनी ने बताया कि करीब 12000 कर्मचारियों की छंटनी की योजना है। यह छंटनी दुनिया भर में मौजूद गूगल के कुल कर्मचारियों की फोर्स के 6 फीसदी हिस्से के लिए की जा रही है।
हालांकि कर्मचारियों की छंटनी के मामले में गूगल का नाम ही एकलौता नहीं हैं। दुनिया भर में बड़ी टेक कंपनियां छंटनी की योजना बना रही हैं। गूगल से पहले माइक्रोसॉफ्ट का नाम सामने आया था। जबकि इससे पहले भी कई टेक कंपनियों के नाम कर्मचारियों की छंटनी को लेकर सामने आए थे। आइए जानते हैं, इस लिस्ट में किन कंपनियों के नाम शामिल हैंः
Amazon
कर्मचारियों की छंटनी को लेकर Amazon का नाम भी सामने आया है। दुनिया भर में मशहूर ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म Amazon ने इस साल की शुरुआत में ही ले ऑफ का ऐलान कर दिया था। कंपनी ने 5 जनवरी को ऐलान किया कि वह वैश्विक मंदी को देखते हुए अपने 18000 कर्मचारियों को काम से निकालेगी।
Meta
अपने कर्मचारियों की छंटनी को लेकर Meta का नाम भी सामने आया है। मेटा पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप की पैरेंट कंपनी है। कंपनी के सीईओ ने मार्क ज़ुकेरबर्ग ने ऐलान किया कि वह 11,000 पदों पर कर्मचारियों की छंटनी की योजना में है। यह मेटा की कुल वर्कफोर्स का 13 फीसदी स्टाफ होगा। मेटा की ओर से कर्मचारियों की छंटनी की बात बीते साल नवंबर में सामने आई थी।
Microsoft
बड़ी टेक कंपनी Microsoft का नाम भी इस कड़ी में सामने आया है। कंपनी ने हाल ही में 10,000 कर्मचारियों की छंटनी की योजना बताई है। यानि आने वाले समय में कंपनी द्वारा कर्मचारियों की संख्या में यह कटौती देखने को मिलेगी। कंपनी ने भी वैश्विक मंदी की आशंका और ग्राहकों की बदलती प्राथमिकता का हवाला देकर छंटनी की बात स्वीकारी है।
इसके अलावा, सोशल मीडिया हैंडल ट्विटर में बीते साल नवंबर में 7500 कर्मचारियों की छंटनी की गई थी। इसी तरह बीते साल अगस्त महीने में स्नैपचैट की पैरेंट कंपनी ने भी करीब 1200 कर्मचारियों की छंटनी की थी।