सुधा रवि एक रंगोली स्पेशलिस्ट हैं जो सक्रिय रूप से तमिल संस्कृति को बढ़ावा देती हैं। वो आमतौर पर रंगोली बनाने के लिए चावल के आटे चॉक और चॉपस्टिक का उपयोग करती हैं। इस बार उन्होंने अपनी बेटी के साथ मिलकर रंगोली बनाई है।
सिंगापुर में एक भारतीय मां और बेटी की टीम ने 26,000 आइसक्रीम स्टिक्स का इस्तेमाल कर रंगोली बनाई है। इस रंगोली में तमिल विद्वानों और कवियों की तस्वीर बनाई गई है। इस कारनामे के लिए उनका नाम सिंगापुर बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। सुधा रवि ने साल 2016 में यहां 3,200 वर्ग फीट की रंगोली बनाई थी। इसकी वजह से पहले ही उनके नाम पर रिकॉर्ड है। उन्होंने अपनी बेटी रक्षिता के साथ पिछले सप्ताह लिटिल इंडिया प्रीसिंक्ट में चल रहे पोंगल उत्सव के मौके पर हुए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान रंगोली बनाई थी।
रंगोली स्पेशलिस्ट के रूप में मशहूर हैं सुधा रवि
सुधा रवि एक रंगोली स्पेशलिस्ट हैं, जो सक्रिय रूप से तमिल संस्कृति को बढ़ावा देती हैं। वो आमतौर पर रंगोली बनाने के लिए चावल के आटे, चॉक और चॉपस्टिक का उपयोग करती हैं। मगर, इस बार उन्होंने आइसक्रीम स्टिक पर ऐक्रेलिक कलर का इस्तेमाल किया।
युवा पीढ़ी परंपराओं को आगे बढ़ाएगी
सुधा सिंगापुर के सामुदायिक केंद्रों में भी रंगोली बनाती हैं और उनकी कलाकारी गैर-भारतीय प्रशंसकों का ध्यान आकर्षित करती है। संगीत और नृत्य के माध्यम से तमिल साहित्यिक कार्यों को बढ़ावा देने वाली संस्था कलामंजरी की संस्थापक सौंदरा नायकी वैरावन ने कहा कि सुधा और उनकी बेटी सिंगापुर में तमिल सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल रहती हैं। उन्हें ये विश्वास है कि युवा पीढ़ी हमारी परंपराओं को आगे बढ़ाएगी।
एक महीने में बनकर तैयार हुई रंगोली
इस रंगोली को बनाने में एक महीने का समय लगा। इसमें प्रसिद्ध तमिल विद्वानो और कवियों तिरुवल्लुवर, अव्वैयार, भारथियार और भारतीदासन को दिखाया गया है। कार्यक्रम का आयोजन तमिल सांस्कृतिक संगठन कलामंजरी और लिटिल इंडिया शॉपकीपर्स एंड हेरिटेज एसोसिएशन की ओर से किया गया था।
रंगोली देखकर हैरान रह गए लोग
सिंगापुर में खाने-पीने के सामान का व्यवसाय करने वाली रजनी असोकन भी रंगोली को देखकर हैरान रह गईं। उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम का उत्कृष्ट आकर्षण था और उन्होंने भारतीय संस्कृति को और भी गौरवान्वित कर दिया। रजनी के अलावा अन्य लोगों ने भी रंगोली को खूब सराहा।