भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री राजा चारी वर्तमान में नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन जॉनसन स्पेस सेंटर टेक्सास में क्रू-3 कमांडर और अंतरिक्ष यात्री के रूप में कार्यरत हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन्हें वायु सेना ब्रिगेडियर जनरल के पद पर नियुक्ति के लिए नामित किया है।
भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री राजा जे चारी को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वायु सेना ब्रिगेडियर जनरल के पद पर नियुक्ति के लिए नामित किया है। नामांकन की घोषणा गुरुवार को की गई थी। अमेरिकी रक्षा विभाग के अनुसार, अब इसकी पुष्टि सीनेट की तरफ से की जाएगी, जो सभी सैन्य नियुक्तियों को मंजूरी देती है। 45 साल के कर्नल चारी वर्तमान में नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन, जॉनसन स्पेस सेंटर टेक्सास में क्रू-3 कमांडर और अंतरिक्ष यात्री के रूप में कार्यरत हैं।
एयरोनॉटिक्स में ली मास्टर्स की डिग्री
राजा ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एयरोनॉटिक्स में मास्टर्स डिग्री हासिल की। इससे पहले उन्होंने मैरीलैंड के पटक्सेंट नदी में यूएस नेवल टेस्ट पायलट स्कूल से स्नातक की उपाधि हासिल की थी। चारी ने 461वें फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन के कमांडर के रूप में काम किया और कैलिफोर्निया में एडवर्ड्स एयर फोर्स बेस में F-35 इंटीग्रेटेड टेस्ट फोर्स के निदेशक के रूप में सेवाएं दे चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में संभाली कमान
साल 2020 में नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने चारी को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए स्पेसएक्स क्रू-3 मिशन के कमांडर के रूप में चुना था। टेस्ट पायलट के रूप में व्यापक अनुभव के साथ चारी इस मिशन में शामिल हुए। उन्हें अपने करियर में 2,500 घंटों से अधिक उड़ान का अनुभव है। ब्रिगेडियर जनरल संयुक्त राज्य अमेरिका में वायु सेना का वन स्टार जनरल ऑफिसर रैंक है। ये कर्नल के ऊपर और मेजर जनरल के नीचे है।
पिता श्रीनिवास से प्रेरित हैं चारी
राजा अपने पिता श्रीनिवास चारी से प्रेरित हैं। उनके पिता हैदराबाद से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद अमेरिका आ गए थे, यहां उन्होंने विवाह किया। राजा चारी का जन्म अमेरिका के विस्कॉन्सिन के मिलवौकी शहर में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आयोवा के सीडर फाल्स शहर से की थी।