गोवा में आयोजित हुए कार्यक्रम में 50 से ज्यादा छात्र-छात्राएं मौजूद रहे जिन्हें जी-20 देशों के वित्त मंत्री और शेरपा के रूप में नामित किया गया था जहां प्रतिभागियों ने वैश्विक आर्थिक पर्यावरण और व्यापार से संबंधित मामलों पर चर्चा की।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर गोवा में’युवा मंथन मॉडल जी-20’का आगाज किया गया। इसके जरिये युवाओं को वैश्विक मुद्दों को लेकर अपने व्यक्तिव को निखारने और अपने अभिव्यक्ति कौशल को बेहतर करने का अवसर मिलेगा। गोवा के पार्वतीबाई चौगुले कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस में गुरुवार यानी 26 जनवरी को आयोजित पहले शिखर सम्मेलन में युवाओं ने देश की सामरिक, आर्थिक, कूटनीतिक और राजनीतिक मामलों पर अपने विचार रखे।
इस दौरान कार्यक्रम के आयोजकों ने कहा कि आज दुनिया में भारत के युवाओं की भूमिका बढ़ रही है और वे वैश्विक स्तर की समस्याओं का समाधान करके योगदान देने की क्षमता रखते हैं। दुनिया की सामाजिक-राजनीतिक समस्याओं से संबंधित मामलों पर युवा मंथन मॉडल जी- 20 एक वैश्विक मंच उपलब्ध कराता है।
जी-20 के बारे में जागरूक होंगे युवा
युवा मंथन मॉडल जी-20 एक ऐसा मंच है जिसका उद्देश्य युवाओं में जी-20 के बारे में जागरूकता पैदा करना, छात्रों और युवा प्रतिभागियों को जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेकर वर्तमान आर्थिक, सामाजिक-राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा करने का एक मौका देता है जहां वे जी-20 राष्ट्रों के नेताओं की तरह अपनी बात रखते हैं।
गोवा में आयोजित हुए कार्यक्रम में 50 से ज्यादा छात्र-छात्राएं मौजूद रहे, जिन्हें जी-20 देशों के वित्त मंत्री और शेरपा के रूप में नामित किया गया था। शिखर सम्मेलन को दो प्रमुख ट्रैक, शेरपा ट्रैक और फाइनेंस ट्रैक में बांटा गया था, जहां प्रतिभागियों ने वैश्विक आर्थिक, पर्यावरण और व्यापार से संबंधित मामलों पर चर्चा की।
“स्टूडेंट्स के लिए कौशल सीखने का अवसर”
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, “युवा मंथन मॉडल जी-20 युवाओं के लिए आगे आने और वैश्विक मुद्दों पर अपने विचारों को साझा करने का एक अच्छा अवसर है। वहीं, पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने भी छात्रों को संबोधित किया और कहा, “युवा मंथन मॉडल जी-20 वैश्विक नागरिकों के सामने आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए एक अच्छी पहल है।”
इस दौरान पार्वतीबाई चौगुले कॉलेज के वाइस प्रेसिडेंट आदित्य चौगुले ने कहा कि हमारा कॉलेज युवाओं को वैश्विक मुद्दों पर व्यावहारिक चर्चाओं में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता है। युवा मंथन मॉडल जी-20 छात्रों के लिए इस तरह के कौशल सीखने का एक अवसर है।”
युवा मंथन मॉडल जी-20 डायरेक्टर नितिन अग्रवाल ने कहा कि हमारा लक्ष्य 10,000 शैक्षणिक संस्थानों तक पहुंचना और 1 करोड़ छात्रों को इसमें शामिल करने का है। युवा मंथन कैंपस शेरपाओं की भर्ती कर रहा है जो इंट्रेस्टेड छात्र हैं वे अपने शैक्षणिक संस्थानों में मॉडल जी-20 कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
बता दें कि युवा मंथन मॉडल G-20 शिखर सम्मेलन जो गोवा में शुरू हुआ, अब यह अखिल भारतीय और क्षेत्रीय स्तर पर विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में आयोजित किया जाएगा, इसके बाद राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर के शिखर सम्मेलन होंगे।