कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचे जाने के मामले में एसआईटी जांच पूरी हो गई है। जांच में खुलासा हुआ है कि इस मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों ने जेल में रहने के दौरान यह साजिश रची थी। मुख्य आरोपी खनन कारोबार में हुए घाटे के चलते मंत्री से रंजिश रख रहा था।

यूएसनगर पुलिस ने इस मामले में गत 10 अक्तूबर को रिपोर्ट दर्ज करते हुए, ग्राम कोटाफार्म निवासी हीरा सिंह को मुख्य आरोपी बनाया था। बाद में पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा। हाई प्रोफाइल मामला होने के चलते शासन ने डीआईजी कुमांऊ के नेतृत्व में जांच के लिए एसआईटी गठित की थी।
एसआईटी ने गत सप्ताह शासन को रिपोर्ट सौंप दी है। जिसमें गिरफ्तार चार आरोपियों के अलावा अन्य किसी के इस प्रकरण में शामिल होने की संभावना से इनकार किया गया है। साथ ही चारों के बीच ही यह साजिश रचे जाने के पक्ष में तर्क देते हुए, इनकी फोन पर हुई बातचीत और आपसी लेनदेन की भी जांच की गई है।
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि चारों ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। चारों तब से जेल में है, इनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है। डीआईजी कुमांऊ निलेश भरणे ने जांच सौंपे जाने की पुष्टि की है।
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