रुद्रपुर। एक महीने पहले मुख्य बाजार में व्यापारी को साइकिल से टक्कर मारकर 35,000 रुपये पार करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ कर मुखिया सहित दो आरोपियों को पकड़ा है। संचालक अपने दो बेटों और रिश्तेदार के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देता था। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
बुधवार को पुलिस कार्यालय में एसपी क्राइम चंद्रशेखर आर घोड़के ने बताया कि 30 जनवरी की को दोपहर तीन बजे आवास विकास निवासी व्यापारी राजकुमार सब्जी मंडी से सब्जी लेकर लौट रहे थे। बाटा चौक के पास साइकिल सवार ने उन्हें टक्कर मार दी। साइकिल चालक के सहयोगी ने उनकी जेब में रखे 35000 रुपये और दुकान के कुछ बिल निकाल लिए थे। व्यापारी की तहरीर पर केस दर्ज कर एसएचओ धीरेंद्र कुमार की अगुवाई में गठित टीम ने शहर में करीब 150 सीसीटीवी फुटेज खंगाली और वारदात में शामिल चार बदमाशों को चिह्नित कर लिया।
मंगलवार रात टीम ने सूचना पर गांधी मैदान के पास अफजाल निवासी लाइन नंबर 13 आजादनगर थाना बनभूलपूरा नैनीताल और आकिल निवासी अगवानपुर ढापनगर थाना सिविल लाइन मुरादाबाद को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से लूटी गई रकम में से 15 हजार रुपये, एक आधार कार्ड और वारदात में प्रयुक्त साइकिल बरामद की गई।
गिरफ्तार अफजाल के दो बेटे अमान और आफताब घटना में शामिल थे, उनकी तलाश की जा रही है। उन्होंने टीम को डेढ़ हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की। वहां पर एसपी सिटी मनोज कत्याल और सीओ सिटी निहारिका तोमर मौजूद रहीं।
बेटा मारता था साइकिल से टक्कर, पिता निकाल लेता था रुपये
रुद्रपुर। व्यापारी को साइकिल से टक्कर मारकर रुपये पार करने वाला गिरोह बेहद शातिराना ढंग से वारदात को अंजाम देते थे। वे पहले लोगों की रेकी कर उनकी जेब में रकम होने का अंदाजा लगाते थे और फिर साइकिल से टक्कर मारकर रकम पार कर देते थे। दिलचस्प बात है कि छिनैती में जेल जा चुके गिरोह के मुखिया ने बेटों को अच्छी तालीम देने के बजाय जरायम की दुनिया में न सिर्फ उतारा बल्कि अपराध में पार्टनर बना दिया।
पुलिस के अनुसार मुख्य अभियुक्त अफजाल वर्ष 2021 में रुद्रपुर क्षेत्र से ही टप्पेबाजी घटना में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद उसने फिर से अपराध करना शुरू किया और इसमें खुद के दो बेटों अमान, आफताब व रिश्तेदार आकिल को शामिल कर दिया। चारों लोगों ने रुद्रपुर के साथ ही मुरादाबाद और हल्द्वानी में लोगों को निशाना बनाया।
गिरोह पहले बैंक या दुकानों के बाहर खड़े होकर व्यक्ति को चिह्नित कर लेते हैं जिसके बाद मौका देखकर साइकिल से अमान पीड़ित को टक्कर मारता है। टक्कर लगने पर जैसे ही पीड़ित झुकता है तो अफजाल बेहद सफाई से जेब में रखी रकम पार कर लेता है। इस दौरान आफताब और आकिल पीड़ित का हमदर्द बनते हैं और साइकिल सवार को डांट फटकार कर लोगों का ध्यान बंटा देते हैं। इसके बाद चारों वहां से निकलकर रुपये आपस में बांट लेते थे।
शक न हो, इसलिए वारदात के बाद चारों लोग अलग-अलग दिशाओं में चले जाते थे और पहले से तय जगह पर मिल जाते थे। एसपी क्राइम चंद्रशेखर ने बताया कि अभियुक्तों ने यूपी, हल्द्वानी और रुद्रपुर में अपराध करने की बात स्वीकारी है। गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। ये लोग बेहद शातिराना तरीके से अपराध को अंजाम देते आए हैं।