2022 के विस चुनाव में 13 मतदानकर्मियों की मौत हो गई थी। इस बार लोकसभा चुनाव को दुर्घटनामुक्त कराने की तैयारी है। साथ ही कैशलेस ट्रीटमेंट भी मिलेगा।
आगामी लोकसभा चुनाव में ड्यूटी पर लगने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को एयर एंबुलेंस की सुविधा मिलेगी। चुनाव आयोग ने इस बार दुर्घटनामुक्त मतदान का संकल्प लिया है। इसके लिए सभी मतदानकर्मियों को कैशलेस उपचार की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
2022 के विधानसभा चुनाव में 13 मतदानकर्मियों की मृत्यु हुई थी जबकि एक घायल हुआ था। इस बार मौत व दुर्घटना का आंकड़ा शून्य करने पर चुनाव आयोग ने जोर दिया है। इसी के लिए प्रदेशभर में एयर एंबुलेंस की सुविधा रहेगी जो कहीं भी अनहोनी होने पर तत्काल मतदानकर्मियों को अस्पताल तक पहुंचाएगी। सभी कर्मचारियों को मेडिकल किट भी मिलेगी।
75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य
प्रदेश में इस बार आम चुनाव में 75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में 49.25 प्रतिशत, 2009 के चुनाव में 53.96 प्रतिशत, 2014 के चुनाव में 62.15 प्रतिशत और 2019 के चुनाव में 61.50 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2019 के चुनाव में राष्ट्रीय औसत 67.40 प्रतिशत मतदान का था, जिसके सापेक्ष इस बार 75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा गया है। इसी हिसाब से सभी विभागों की जिम्मेदारियां भी तय की गई हैं।
चुनाव से जुड़े ये पद हैं खाली
टिहरी में डिप्टी कलेक्टर के दो, ऊधमसिंह नगर में डिप्टी कलेक्टर का एक, पिथौरागढ़ में डिप्टी कलेक्टर के दो, अल्मोड़ा में डीपीआरओ व सीटीओ, टिहरी में सीटीओ के अलावा विभिन्न तहसीलों में तहसीलदार के पद खाली पड़े हुए हैं।
ये तैयारियां अभी अधूरी, जल्द करनी हैं पूरी
प्रदेश में 11729 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 503 केंद्रों पर रैंप की सुविधा नहीं है। 207 केंद्रों पर बिजली की सुविधा, 90 केंद्रों पर पेयजल, 64 केंद्रों पर शौचालय, 71 केंद्रों पर फर्नीचर और 825 केंद्रों पर शेड की सुविधा उपलब्ध नहीं है। चुनाव आयोग को एक माह के भीतर ये सभी व्यवस्थाएं करानी हैं।