उत्तराखंड में इस बार मानसून आने में सात दिन की देरी हो गई है। हालांकि, बीते दो दिन से प्रदेशभर के पर्वतीय जिलों से लेकर मैदानी इलाकों में प्री मानसून की बारिश से गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। वहीं, शुक्रवार को भी देहरादून समेत प्रदेश के सात जिलों में भारी बारिश होने के आसार है।
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल और बागेश्वर जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। अन्य जिलों में भी हल्की बारिश के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है 28 और 29 जून को होने वाली बारिश के साथ मानसून उत्तराखंड में प्रवेश कर जाएगा। इसके बाद 30 जून और एक जुलाई को भी प्रदेशभर में कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मौसम के बदले पैटर्न और जलवायु परिवर्तन के चलते प्री-मानसून की बारिश में कमी आई है। यही वजह रही कि इस बार मई-जून में कई बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी दर्ज की गई।
60 फीसदी कम बरसे मेघ
उत्तराखंड में जून में अभी तक प्री-मानसून में 60 फीसदी कम बारिश हुई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो हरिद्वार में तो न के बराबर बारिश हुई है। जबकि, सबसे अधिक बारिश बागेश्वर जिले में हुई। यहां 27 जून तक 122 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से पांच फीसदी ही कम है। देहरादून की बात करें तो यहां भी सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई। ऐसा ही हाल प्रदेश के अन्य जिलों का भी रहा। किसी भी जिले में बारिश सामान्य के आंकड़ों को भी नहीं छू पाई।
इस बार उत्तराखंड में मानसून आने में सात दिन की देरी हुई है। 28 और 29 जून को कुछ जिलों में तेज बारिश के आसार हैं। दोनों दिन बारिश होने के बाद प्रदेशभर में मानसून पूरी तरह से प्रवेश कर जाएगा। जुलाई में सभी जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं।
बिक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र