तेलंगाना की सत्ता से के चंद्रशेखर राव को बाहर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तेलूगु देशम पार्टी के साथ गठबंधन करने का इरादा बनाया है। इससे साफ जाहिर है कि भाजपा के कदम अब तेलंगाना की ओर बढ़ गए हैं।
तेलंगाना में खुद को मजबूत करने की रणनीति के तहत भारतीय जनता पार्टीअब तेलुगू देसम पार्टी के साथ गठबंधन कर सकती है। इसके पीछे के चंद्रशेखर राव ) को सत्ता में आने से रोकने का मकसद है जो राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा रोधी गठबंधन है। पिछले कुछ दिनों में बने हालात से संकेत मिला है कि TDP जल्द ही BJP के नेतृत्व वाले गठबंधन NDA वापस आएगी।
KCR की राष्ट्रीय राजनीति में एंट्री की है चाहत
राष्ट्रीय राजनीति में जहां KCR अहम भूमिका निभाने की तैयारी में है वहीं BJP ने अपनी पूरी ताकत तेलंगाना में लगा दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत BJP के शीर्ष नेताओं का तेलंगाना में सिलसिलेवार दौरा और हैदराबाद में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के साथ भाजपा के तेलंगाना नेतृत्व की गतिविधियां पूरी तरह से इस बात का इशारा कर रही हैं कि राज्य में KCR को टक्कर देने की तैयारी है। हालांकि तेलंगाना की राजनीति में TDP अधिक दिनों तक बड़ी पार्टी नहीं रहेगी। पार्टी को आंध्र ओर रायलासीमा क्षेत्र में रहने वाले लोगों से बेहतर समर्थन प्राप्त है।
32 विधानसभा क्षेत्रों में BJP का है फोकस
अपने ‘मिशन 2023’ के तहत BJP कुल 119 में से करीब 32 विधानसभा क्षेत्रों में फोकस कर रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एक्टर पवन कल्याण नीत जनसेना पार्टी (JSP) की ओर से BJP को अधिकतम सीटों पर जीत मिल सकती है। इनमें से अधिकतर विधानसभा क्षेत्र हैदराबाद में और इसके आस-पास हैं।