घबराये नहीं, ओमीक्रॉन को लेकर अलर्ट मोड पर है सरकार

नई दिल्ली। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने लोकसभा में जानकारी दी है यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, जिंबाब्वे, मॉरिशस, हांकांग, सिंगापुर और इजरायल इस वक्त ओमिक्रॉन की हाई रिस्क कैटगरी में हैं। दरअसल नए कोविड वैरिएंट के मद्देनजर दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय नियमों को सख्त बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हाई रिस्क कैटगरी वाले देशों से भारत आ रहे यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य होगा। सिंधिया का ये वक्तव्य डीजीसीए के उस स्टेटमेंट के एक दिन बाद आया है जिसमें कहा गया था कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने का फैसला अभी रोक लिया गया है।

डेल्टा से भी ज्यादा संक्रामक!
दरअसल ओमिक्रॉन को डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक तेजी से फैलने वाला वेरिएंट कहा जा रहा है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि पूरी दुनिया में कोरोना महामारी को लेकर एक ऐसा ट्रेंड बना हुआ है, जहां पर ना सिर्फ धीमा टीकाकरण देखने को मिला है, बल्कि कोरोना टेस्टिंग भी काफी लो रह गई है। यही ट्रेंड कोरोना के कई वेरिएंट को ज्यादा ताकतवर बना देता है।

क्या बोला WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेबियस ने कहा, ‘किसी को भी कुछ नया करने की जरूरत नहीं है। कोरोना के कुछ हथियार पहले से ही मौजूद हैं, सिर्फ सही समय पर सही तरीके से उनका इस्तेमाल होना जरूरी है.’ उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘डब्ल्यूएचओ के 5-6 क्षेत्रों में से कम से कम 24 देशों में ओमिक्रोन के मामले पाए जा चुके हैं। इसके आंकड़े अभी और बढ़ेंगे. संगठन इसे काफी गंभीरता से ले रहा है। उन्होंने कहा कि बाकी सभी देशों को भी इसे बेहद गंभीरता से लेना चाहिए, लेकिन ये वायरस हमें आश्चर्यचकित न कर दे। यही वायरस करता है और यह वही है जो यह वायरस करता रहेगा, जब तक हम इसे फैलते रहने देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस ने कहा कि संगठन लगातार ओमिक्रोन के बारे में मालूम कर रहा है, लेकिन ट्रांसमिशन पर इसके असर, इसकी गंभीरता और टेस्ट, वैक्सीन्स के इस पर असर के बारे में पता लगाना बाकी है।