Hill Station पे खतरे से खाली नहीं वाहन चलाना,देखे तस्‍वीर

मसूरी नगर व बाहरी क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों का बुरा हाल है। क्षेत्रवासियों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अवगत कराया था लेकिन उनके निर्देश के बाद भी प्रशासन ने अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।

वर्षाकाल में मसूरी नगर व बाहरी क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों का बुरा हाल है। स्थिति यह है कि सड़कों पर पसरे गड्ढे आए दिन चालकों को जख्मी कर रहे हैं, वे डर के साये में सफर करने को मजबूर हैं।

कभी भी घट सकती है कोई बड़ी दुर्घटना

ऐसे में अगर मार्गों को समय से दुरुस्त नहीं किया गया तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। क्षेत्रवासियों ने इस संबंध में गत दो सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अवगत कराया था लेकिन उनके निर्देश के बाद भी प्रशासन ने अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।

खतरे से खाली नहीं वाहन चलाना

सबसे बुरा हाल लाइब्रेरी चौक से वैवरली की ओर जाने वाले मोतीलाल नेहरू मार्ग का है जिसमें वाहन चलाना आज खतरे से खाली नहीं हैइस आधा किमी मार्ग पर पूर्व में तीन बड़े कल्वर्ट हुआ करते थे जिसमें बरसाती नालों का पूरा पानी गुजरता था। लेकिन अब तीनों बंद हो चुके हैं और मार्डन स्कूल से लेकर गांधी चौक तक सारा पानी सड़क के ऊपर से गुजरता है। इससे पूरी सड़क बेहद क्षति पहुंच रही है।

लाइब्रेरी-हैप्पीवैली-कंपनी गार्डन मार्ग की स्थति भी खतरनाक

कल्वर्ट खोलने को लेकर जब लोनिवि के अभियंता से पूछा गया तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसके अलावा मालरोड़, क्लाउड एंड-दुधली मार्ग, वैवरली-धुम्मनगंज मार्ग, लाइब्रेरी-किंक्रेग, मैसानिक लाज-किंक्रेग, लाइब्रेरी-हैप्पीवैली-कंपनी गार्डन मार्ग की स्थति भी खतरनाक बनी हुई है।

भारी बारिश के कारण सारे पैचवर्क उधड़ गए

कुछ समय पूर्व लोनिवि द्वारा सड़कों पर बने गड्ढों में ईंटों का खड़ंजा बिछाते हुए पैचवर्क कार्य शुरू किया गया, लेकिन भारी बारिश के कारण सारे पैचवर्क उधड़ गए। शहरवासियों का कहना है कि लोनिवि ने मात्र खाना पूरी की है। पैचवर्क में कोलतार के स्थान पर कैमिकल का प्रयोग किया गया।

शहर की सड़कों की दुर्दशा से पर्यटकों के माध्यम से मसूरी की छवि खराब हो रही है और एक गलत संदेश जा रहा है। वहीं लोनिवि के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल ने बताया कि पैचवर्क को उचित तापमान नहीं मिलने से वह उधड़ गया है। मौसम खुलने पर फिर से पैचवर्क करवाया जाएगा। वर्षाकाल समाप्त होने के बाद मालरोड सहित अन्य मार्गों की कार्पेटिंग करवाई जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.