Maldives में मोदी को देखते ही राष्ट्रपति की पत्नी ऐसे झूमी, मुइज्जू रोक नहीं पाए अपनी हंसी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चार दिवसीय यात्रा पर पहले यूनाइटेड किंगडम पहुंचे। जहां उन्होंने ब्रिटेन के साथ तीन साल की लंबी वार्ता के बाद बहुप्रतिक्षित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट साइन किया। उसके बाद अपने यात्रा के अगले पड़ाव में पीएम मोदी मालदीव की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए। माले के एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का विमान लैंड करते ही उन्हें रिसीव करने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू आए। मालदीव में पीएम मोदी का शानदार स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में भी पीएम मोदी शामिल हुए। पीएम मोदी की दोनों देशों की विदेश यात्रा से निकलकर आई तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा रखा है। कहीं पीएम लंदन की गलियों में चाय पर चर्चा करते नजर आते हैं। मालदीव में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पेड़ लगाते दिख जाते हैं। 

मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने पहुंचे। भारतीय मूल के लोगों से मिलने के बाद पीएम मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे। लेकिन इस दौरान राष्ट्रपति मुइज्जू की पत्नी के साथ पीएम मोदी के इस पल ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। दरअसल, पीएम मोदी जब राष्ट्रपति भवन पहुंचे तो वहां मोहम्मद मोइज्जू ने बेहद ही गर्मजोशी के साथ पीएम मोदी से हाथ मिला उनका स्वागत किया। लेकिन जैसे ही पीएम मोदी मुइज्जू की पत्नी की ओर उनका अभिवादन स्वीकार करने आगे बढ़े तो उन्होंने फौरन ही अपना हाथ दिल पर रख उनका अभिवादन किया, जिसे पीएम मोदी ने मुस्कुराकर स्वीकार किया। हालांकि अगर हम इसे मुस्लिम समुदाय के नजरिए से देखें तो अक्सर महिलाएं बड़ों का अभिवादन ऐसे ही करती हैं। जो राष्ट्रपति मुइज्जू की पत्नी के संस्कारों को भी दर्शा रहे हैं। 

ये देख लोग मुइज्जू की पत्नी की तारीफ तो कर ही रहे हैं। साथ ही पीएम मोदी के भारतीय संस्कारों की भी तारीफ हो रही है। भारत और मालदीव के बीच गहरे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक संबंध हैं। हालाँकि, मालदीव के नेतृत्व में राजनीतिक बदलावों और क्षेत्र में विदेशी प्रभाव को लेकर चिंताओं के कारण हाल ही में संबंधों को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी द्विपक्षीय संबंधों को फिर से स्थापित करने और सुदृढ़ करने के नए प्रयासों का संकेत है। दोनों देश राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, ऐसे में क्षेत्रीय शांति और सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि को एक समयोचित और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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