आप वास्तव में तभी एक स्ट्रांग महिला बनती हैं, जब आप खुद को भीतर से अधिक खुश महसूस करें। कभी-कभी यह देखने में आता है कि महिलाएं अपनी क्षमताएं साबित करने के चक्कर में इस हद तक पिसती जाती हैं कि वह खुद को भीतर से काफी कमजोर और दुखी महसूस करने लगती हैं। जब आप खुद से खुद ही खुश ना हो तो आप एक स्ट्रांग महिला कैसे बन सकती हैं। सच में एक स्ट्रांग वुमन बनने के लिए आपको अपनी लाइफ में कुछ आदतों को अपनाने की जरूरत है।
डा. रमन शर्मा, वरिष्ठ सलाहकार, मनोचिकित्सक, मेदांता हॉस्पिटल इंदौर ने कहा कि हर इंसान चाहता है कि एक अच्छी जिंदगी का लुत्फ उठाए, लेकिन कभी-कभी जिंदगी ऐसे करवट लेती है कि इंसान फिर जिंदगी जीता नहीं बल्कि उसको काटना शुरू कर देता है। ये हिस्सा जिन्दगी का सबसे खराब हिस्सा होता है। ये हर उस इंसान को सोचने पर मजबूर कर देता है कि एक अच्छी और बेहतरीन जिन्दगी कैसे जिए।
अपने दिल की सुनें : दिल से लिए हुए निर्णय कभी-कभी गलत हो सकते हैं, लेकिन उनका कभी अफ़सोस नहीं होता है। अगर हम कोई भी निर्णय अपने दिल से लेते है, तो ये अपना खुद का निर्णय होता है, वो किसी का थोपा नहीं होता। हम उस पे दिल से ही काम करते है और खुश रहते हैं, तो अच्छी जिंदगी जीने के लिए हमें अपने कुछ निर्णय दिल से ही लेने चाहिए।
खुद के मजबूत पक्ष को जाने – अच्छी जिंदगी जीने में हमारा मजबूत पक्ष अहम् रोल अदा करता है ! हर महिलाओं का कोई ना कोई पक्ष मजबूत होता है। बस उसे पहचानने की जरुरत है। अच्छी जिंदगी के लिए इन्सान को अपने उस मजबूत पक्ष के साथ काम करना चाहिए। अगर हम उस मजबूती के साथ किसी काम को करेंगे तो हमारे निर्णय, विचार और जीने में बहुत सकारात्मकता निकलकर आती है।
दूसरों से खुद की तुलना ना करें – अगर आप अपनी तुलना किसी दूसरे से कर रहे हैं तो आप अपना ही मूल्य घटा रही हैं। अपनी तुलना कभी भी दूसरे से ना करें। बिना वजह की तुलना जिन्दगी में बहुत नुकसान पहुचाती है।
खुद को फिट रखें – स्वास्थ्य ही धन है, ये हमने बहुत बार सुना और सच भी है। अगर हम स्वस्थ ही नहीं हैं तो फिर एक अच्छी जिंदगी के बारे में कैसे सोच सकते हैं। शारीरिक रूप से कमजोर महिला तो अपनी जिन्दगी के आधे से ज्यादा टाइम डाक्टर के पास बिता देती है और मानसिक रूप से कमजोर हो जाती है। अगर हम सेहतमंद ही नहीं हैं तो किसी भी काम को पूरे मन और जोश से नहीं कर सकती हैं।
थोडा कुछ हटकर करें- अगर कोई किसी काम को कोई बार बार एक ही तरीके से करेगा तो वो बोर हो जाता है और यही जिंदगी के साथ भी होता है। अगर हम जिन्दगी को एक ही तरीके से जीएंगे तो जीने का असली मज़ा नहीं आता है और हम बोर हो जाएंगे। उससे हटकर कोई अपनी पसंद का काम भी करें, जो आपको ख़ुशी दे वो काम करें।
अपने आप को खुश रखें – अपनी पसंद को जानने से बेहतर है कि हम अपने आप को जाने, अगर कोई इन्सान खुद ही खुश नहीं है तो वो दूसरों को कैसे खुश रख सकता है। अपने आप को खुश रखने के लिये खुद के लिए वक्त निकालें। अपने आप को समझे, तभी हम एक खुशहाल जिंदगी जी सकती हैं।
उम्र नंबर के अलावा और कुछ नहीं – एक लड़की को अपनी ट्वेंटीज में शादी कर लेनी चाहिए और 30 साल से पहले-पहले बच्चे पैदा कर लेने चाहिए तभी आपकी जिंदगी पूर्ण मानी जाएगी, ऐसा सोचना एकदम गलत है। किसी के साथ शादी के बंधन में तभी बंधना चाहिए जब आप उसके साथ पूरा जीवन बिताने को लेकर आश्वस्त हों।
अपने सपनों के बारे में सोचें – शादी के बारे में हमेशा सोचने से अच्छा है कि अपने सपनों के बारे में सोचें जो आपने बचपन से देखें हैं अपने करियर को लेकर। अपनी जिंदगी को जीना शुरू कीजिए। दावा है कि आपको कहीं ज्यादा सुकून मिलेगा।
शादी जिंदगी का हिस्सा है जिंदगी नहीं – हममें से अधिकांश लोग सोचती हैं जिंदगी का मकसद शादी करके घर बसाना और बच्चे पैदा करना है। जैसे ही हम किसी अच्छे दोस्त या फिर अच्छे साथी के बारे में सोचना शुरू करते हैं वैसे ही हमारा समाज हमें याद दिलाने लगता है कि अब शादी करने का सही समय आ गया है।
खुद के लिए लें ब्रेक : छुट्टियां या ब्रेक सुनते ही मन खुशी से भर जाता है। फिर चाहे ऑफिस जाने वाले लोग हों या घर-परिवार संभालने वाली महिलाएं। सिर्फ मजे करने के लिए ही नहीं बल्कि खूबसूरत और जवां बने रहने के लिए भी हर किसी को ब्रेक लेना चाहिए। ब्रेक सिर्फ आपकी खूबसूरती नहीं बढ़ाता है। बल्कि आपके जीवन को भी अधिक खूबसूरत बना देता है। ऐसा इसलिए क्योंकि छुट्टियों के दौरान आप खुद को और अधिक समझ पाते हैं। आपके पास सोचने का समय होता है कि आपको अपने जीवन में आगे की प्लानिंग किस तरह करनी है। इस दौरान आप अपने आपको खुद के सबसे करीब महसूस कर पाती हैं।
दोस्तों के साथ छुट्टी प्लान करें : आमतौर पर महिलाएं जब भी ब्रेक लेती हैं, अपने पूरे परिवार के साथ घूमने जाती हैं। और इस दौरान भी परिवार की जरूरतों, खाना-पीना, देखभाल, बच्चों की जिद को पूरा करना इत्यादि में लगी रहती हैं। इस कारण ब्रेक पर होकर भी ये ब्रेक नहीं ले पाती हैं। इसलिए आपको इस गलती से बचना है। परिवार नहीं फ्रेंड्स के साथ छुट्टियों पर जाएं।
आजाद ख्याल रखें : अकेले घूमने जा रही हैं या दोस्तों के साथ तो आजाद दिल-दिमाग लेकर चलें और अपनी आजादी को खुलकर इन्जॉय करें। सामाजिक रूढि़वादियों में जकड़कर न रहे और यह न सोचे की आप लड़की है तो आप यह नहीं कर सकती या आप वह नहीं कर सकती।
ट्रैवलिंग ग्रुप करें ज्वाइन : यदि आपके पास ऐसी कोई फ्रेंड नहीं है, जिसके साथ ट्रिप प्लान की जा सके। तो आप ऐसे ट्रैवलिंग ग्रुप जॉइन करें जो अकेले लोगों को एक ग्रुप में टूर पर ले जाते हैं। इनमें ऐसे ग्रुप भी होते हैं, जिनमें सिर्फ महिलाएं होती हैं। यदि ऐसा भी ना कर पाएं तो अपने परिवार या पास-पड़ोस की महिलाओं को तैयार करें और इक्ट्ठा होकर ट्रिप पर जाएं। पहले शॉर्ट ट्रिप प्लान करें और फिर अपना दायरा बढ़ाती जाएं।
ब्यूटी स्लीप जरूर लें : काम और परिवार से इस ब्रेक के दौरान आप ब्यूटी स्लीप जरूर लें। यानी घूमने-फिरने में खुद को इतना व्यस्त ना करें कि नींद पूरी ना कर पाएं। आपको हर दिन अपनी नींद पूरी करनी है। ऐसा करने से आपके शरीर में हैपी हॉर्मोन्स की वृद्धि होगी और डार्क सर्कल जैसी ब्यूटी प्रॉब्लम्स खुद-ब-खुद दूर होने लगेंगी।
जीवन में संतुलन जरूरी : हमेशा सुंदर और युवा दिखने की पहली शर्त एक स्वस्थ जीवन है। यदि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ और फिट हैं, तो इसका असर आपके चेहरे, त्वचा और बालों पर देखा जा सकता है। इसके लिए आपको नियमित व्यायाम और संतुलित आहार जैसी चीजों को आत्मसात करने की जरूरत है। यदि आप सुंदर, युवा और ऊर्जावान बने रहना चाहते हैं, तो आपको योग को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाने की आवश्यकता हजाएं।