NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन बनेंगे देश के नए उपराष्ट्रपति

देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे सीपी राधाकृष्णन होंगे। उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बी सुदर्शन रेड्डी को हराया है। सीपी राधाकृष्णन को 452 वोट हासिल हुए जबकि बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। भारत के उपराष्ट्रपति के महत्वपूर्ण पद पर चुनाव इसलिए हुआ क्योकिं पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था। सत्तारूढ़ एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया था जबकि विपक्ष ने सुदर्शन रेड्डी पर भरोसा जताया था। 

राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने कहा कि एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 वोट मिले। उन्हें भारत का उपराष्ट्रपति चुना गया है। विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार न्यायमूर्ति सुदर्शन रेड्डी को प्रथम वरीयता के 300 वोट मिले। मतदान समाप्त होने के बाद आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 781 में से 12 सांसदों ने मतदान नहीं किया। उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 767 वोट डाले गए, 752 वैध और 15 अवैध थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के सांसदों ने देश के नए उप राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान किया। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य इस चुनाव में हिस्सा लेते हैं। मतदान शुरू होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले मतदान किया। देश के 17वें उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए, निर्वाचक मंडल में राज्यसभा के 233 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में पांच सीटें रिक्त हैं), तथा 12 मनोनीत सदस्य और लोकसभा के 543 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में एक सीट रिक्त है) शामिल हैं। निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य (वर्तमान में 781) हैं। इस बार दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं। राधाकृष्णन तमिलनाडु से जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं। 

संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उनका कार्यकाल दो साल बचा हुआ था। उनके इस्तीफे के कारण यह चुनाव हो रहा है। विभिन्न दलों द्वारा दिए गए समर्थन को आधार बनाकर आंकड़ों के लिहाज से देखें तो राजग उम्मीदवार का पलड़ा भारी है। हालांकि विपक्ष के उम्मीदवार रेड्डी ने बार-बार यह कहकर अपनी दावेदारी को मजबूत करने का प्रयास किया कि लड़ाई वैचारिक है तथा यह मतदान सिर्फ उप राष्ट्रपति चुनने के लिए नहीं है, बल्कि भारत की भावना के लिए है। चुनाव से एक दिन पहले सोमवार को विपक्ष के सांसदों ने एकजुटता प्रकट करते हुए बैठक की थी और ‘मॉक’ (प्रतीकात्मक) मतदान में हिस्सा लिया था ताकि मंगलवार को मतदान के बाद उनका एक-एक वोट वैध करार हो। विपक्षी सांसदों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि उनका वोट बर्बाद न हो, क्योंकि पिछली बार कुछ वोट अवैध घोषित कर दिए गए थे। इस बीच, राजग ने भी सोमवार को चुनाव प्रक्रिया की जानकारी देने के लिए अपने सांसदों की बैठक की थी। सदस्यों ने ‘मॉक’ मतदान में भी भाग लिया था। मतदान से एक दिन पहले ही, ओडिशा की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने फैसला किया कि उसके सांसद उप राष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं करेंगे। 

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