बेंगलुरु एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 पर यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ-साथ चेक-इन और इमिग्रेशन के लिए काउंटर लगभग डबल हो सकते हैं। अभी यहां 2.5 करोड़ सालाना यात्रियों को संभालने की क्षमता है जो अब लगभग 5-6 करोड़ हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लगभग 5000 करोड़ रुपये की लागत से बने बेंगलुरु के केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 का उद्घाटन कर दिया है। एयरपोर्ट के डिजाइन में कर्नाटक और दक्षिण भारतीय संस्कृति की झलक साफ नजर आती है। ये एयरपोर्ट कई मायनों में खास है। आइए आपको बताते हैं केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कुछ खासियत।
बेंगलुरु एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 की खूबसूरती देखते ही बन रही है। पूरा टर्मिनल गोल्डन रंग से जगमगा कर रहा है। टर्मिनल-2 को बेंगलुरु के गार्डन सिटी के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में डिजाइन किया गया है। इस एयरपोर्ट को देखकर ऐसा लगता है कि किसी पार्क में टहल रहे हैं।
बेंगलुरु एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 पर यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ-साथ चेक-इन और इमिग्रेशन के लिए काउंटर लगभग डबल हो सकते हैं। अभी यहां 2.5 करोड़ सालाना यात्रियों को संभालने की क्षमता है, जो अब लगभग 5-6 करोड़ हो सकती है।
टर्मिनल-2 देखने में काफी आलीशान लग रहा है। यहां 17 सुरक्षा चेक-इन लेन के साथ कुल टर्मिनल क्षेत्र 2,55,645 वर्ग मीटर किया गया है। टर्मिनल के गेट लाउंज में बैठने की क्षमता 5,932 है।
टर्मिनल के अंदर और बाहर दोनों ही तरफ हरियाली देखी जा सकती है। यहां यात्रियों को बेहद की लग्जरी अनुभव मिलने वाला है। टर्मिनल के डिजाइन के लिए अमेरिकी आर्किटेक्चर फर्म स्किडमोर, ओविंग्स एंड मेरिल (एसओएम) को चुना गया था।