आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने शुक्रवार को मीडिया के सामने इन परीक्षाओं को लेकर स्थिति साफ की। गत जुलाई में पेपर लीक मामला सामने आने के बाद इन तीनों परीक्षाओं की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी। इस जांच के आधार पर आयोग ने इन तीनों भर्तियों के लिए पूर्व में आयोजित परीक्षाओं को रद कर दिया है।
आयोग अध्यक्ष ने कहा कि इन तीनों भर्तियों में पेपर लीक की पुष्टि हुई है, कुछ लोग चिह्नित भी हो गए हैं। लेकिन नकल करने वाले और निर्दोष अभ्यर्थियों के बीच भेद करना मुश्किल है। इसलिए आयोग के सामने इन परीक्षाओं को नए सिरे ही कराने का विकल्प बचता है।मर्तोलिया ने कहा कि आयोग के सामने पूरी प्रक्रिया रद करने का भी विकल्प था।
ज्यादातर मामले में कोर्ट के भी ऐसे ही दिशा निर्देश होते हैं, लेकिन मेहनत करने वाले युवाओं के हित को देखते हुए, आयोग ने नए सिरे से प्रक्रिया प्रारंभ करने के बजाय दोबारा लिखित परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसमें पूर्व में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी ही शामिल होंगे। इसके अलावा नकल को लेकर चिह्नित अभ्यर्थी भी इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे, इस तरह इन परीक्षाओं का प्रतियोगिता स्तर काफी कम हो जाएगा।
हमने मेहनत करने वाले युवाओं के हक में बेहतर विकल्प चुना है। युवा अपनी तैयारी में जुट जाएं, मार्च में होली के बाद पारदर्शिता के साथ लिखित परीक्षा आयोजित होगी। जल्द ही शेष परीक्षाओं पर भी निर्णय लिया जाएगा।