देहरादून। ‘एक ओर हमारा राज्य अतुलनीय प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है तो दूसरी ओर आपदाएं भी हमारी परीक्षा लेती रहती हैं लेकिन देवभूमि का सर्वांगीण विकास ही हमारा लक्ष्य है.’ यह बात उत्तराखंड स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस लाइन्स में हुए भव्य समारोह में कही. हर साल 9 नवंबर को उत्तराखंड स्थापना दिवस मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन साल 2000 में उत्तराखंड भारत का 27वां राज्य बना था. उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी हिस्से और हिमालय की तराई में बसे पहाड़ी क्षेत्रों को काटकर यह राज्य बनाया गया था, जिसे पहले उत्तरांचल नाम से जाना जाता था. 2007 में उत्तराखंड नाम मिला और आज मंगलवार को इसका 21वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है।
एक नज़र में उत्तराखंड का इतिहास
देवभूमि कहे जाने वाले इस राज्य में ग्लेशियर, नदियां, घने जंगल, बर्फ से सजी हिमालय की चोटियों के साथ ही बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के रूप में चार धाम प्रसिद्ध हैं. इस राज्य की स्थापना के लिए लंबा संघर्ष हुआ था. उत्तराखंड क्रांति दल के नेतृत्व में पहाड़ों के लोगों की चुनौतियों पर फोकस करने के लिए अलग राज्य की मांग की गई थी. कई सालों की लड़ाई के बाद यह राज्य बना, जिसके लिए कई आंदोलनकारी शहीद भी हुए. यह राज्य अब धार्मिक और पर्यटन स्थलों के लिए देश दुनिया में मशहूर है.
स्थापना दिवस के समारोह की झलकियां
राज्य में इस साल स्थापना दिवस का समारोह सात दिन तक मनाए जाने की तैयारी राज्य सरकार ने की है. राजधानी से लेकर गांवों तक कार्यक्रम किए जाएंगे, जिनमें पुलिस परेड से लेकर सांस्कृतिक और सामाजिक आयोजन होंगे. इस मौके पर सीएम धामी ने उत्तराखंड गौरव सम्मान समेत कई सरकारी योजनाओं का ऐलान व लोकार्पण भी किया. इससे पहले धामी राज्य के लिए शहीद हुए आंदोलनकारियों के स्मारक स्थल पर भी पहुंचे और श्रद्धांजलि दी. इससे पहले 2019 में भी सरकार ने 3 से 9 नवंबर तक ‘स्थापना सप्ताह’ आयोजित किया था. अब जानिए धामी के भाषण की महत्वपूर्ण बातें.
स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भाषण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने उत्तराखंड को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किए. वहीं, पुलिस ग्राउंड में हुए समारोह में सीएम धामी ने कुछ योजनाओं और राज्य व केंद्र सरकार की उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए कुछ अहम बातें कहीं, एक नज़र में देखिए.
- उत्तराखंड गौरव पुरस्कार की शुरुआत जो इस साल राज्य की 5 विभूतियों को प्रदान किया जाएगा.
- केंद्र सरकार की तरफ से 1 लाख करोड़ की योजनाएं मंजूर हुई हैं. सामरिक दृष्टि से अहम 155 किलोमीटर लंबी टनकपुर बागेश्वर रेल लाइन के अंतिम सर्वे और बजट को मंज़ूरी केंद्र ने दे दी है.
- राज्य में सड़क, रेल और एयर कनेक्टिविटी बेहतर हुई है. 2025 तक दूरस्थ गांवों तक को लिंक रोड, हाईवे व ऑलवेदर रोड के साथ जोड़ने की योजना है।
- हेमकुंड साहिब को रोप वे से जोड़ा जाएगा और बाबा केदारनाथ धाम तक केबल कार से भी पहुंचा जा सकेगा.
- हरिद्वार में कुंभ का आयोजन इस साल अच्छा रहा. चार धाम यात्रा भी राज्य ने सफलतापूर्वक आयोजित की.
- गैरसैंण को ग्रीष्कालीन राजधानी बनाया गया है और इसके बारे में सही समय पर सही निर्णय लिया जाएगा. यहां राजधानी के अनुरूप विकास कार्य किए जाएंगे.
- युवाओं के रोजगार को लेकर सरकार गंभीर है. बेरोजगार प्रकोष्ठ बनाया जाएगा. पलायन को रोकने में बड़ी उपलब्धि हासिल की है और विभागों में खाली पड़े पदों को भरा जा रहा है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भावना के अनुरूप देवभूमि को अब सैन्य धाम के रूप में भी पहचान दिलवाई जा रही है।