मैं योगी आदित्यनाथ ईश्वर की शपथ लेता हूं…

योगी आदित्यनाथ आज से बने उत्तर प्रदेश के पुन : सीएम


लखनऊ। गोरखनाथ मठ के महंत योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उनके साथ साथ 2 उप मुख्यमंत्री, 16 मंत्री, 14 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 20 राज्यमंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इसके अलावा दो सिराथू विधानसभा से हारने वाले केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ कैंट से चुनाव जीतने वाले ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। इसके अलावा मंत्रिमंडल में पांच महिलाएं भी शामिल हैं। गुलाब देवी, बेबी रानी मौर्य, प्रतिभा शुक्ला, विजय लक्ष्मी गौतम, रजनी तिवारी योगी की सहयोगी बनी हैं।

मंत्रिमंडल में दिखा लोकसभा चुनाव 2024 का दबाव
योगी मंत्रिमंडल में अधिकतम संख्या 60 है। इस बार का मंत्रिमंडल बड़ा रखा गया है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जरूरत के मुताबिक जातीय समीकरण को दोबारा सेट करने की भी हालांकि जगह छोड़ी गई है। इस बार योगी कैबिनेट को केंद्र की मोदी सरकार की तर्ज पर प्रोफेशनल टच दिया गया है। ऐसे विधायकों के नाम मंत्री पद के लिए फाइनल किए गए, जिनके पास जातिगत समीकरण और प्रोफेशनल काबिलियत है। इसके लिए हाईकमान स्तर पर बायोडेटा की स्क्रीनिंग की गई है। एक कारण ये भी रहा है कि रिजल्ट आने के बाद शपथ ग्रहण में 15 दिन का वक्त लग गया। यह पूरी एक्सरसाइज 2024 में UP की लोकसभा सीटों को फतेह करने के मकसद से की गई है।

जातिगत मतों को साधने की कोशिश
बृजेश पाठक को डिप्टी सीएम बनाकर ब्राह्मणों को साधा जा रहा है, जबकि केशव मौर्य को हार के बावजूद डिप्टी सीएम बनाया गया है। कारण यह है कि उनके ही नेतृत्व में 2017 में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की। वह ओबीसी के बड़े नेता भी हैं। इसलिए, सोशल इंजीनियरिंग के तहत भी उनको लाना तय है।

गुजरात मॉडल की देखने को मिली झलक
योगी की नई कैबिनेट में इस बार चौंकाने वाले तरीके से नए चेहरों को मौका दिया गया है। नई कैबिनेट में गुजरात मॉडल की झलक है। मोदी ने इस बार पेशेवरों को मंत्री बनाने की भी सलाह दी थी, ताकि 2024 का चुनाव पूरी तैयारी से लड़ सकें। पीएम ने कहा है कि ये यूपी की फ्यूचर कैबिनेट हो, जो अगले 15 साल तक काम कर सके। इन बातों को देखते हुए आईपीएस की नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने पर वाले असीम अरुण को मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा, अरविंद कुमार शर्मा को भी मौका मिला है। पीएम मोदी के करीबी अरविंद आईएएस की नौकरी छोड़कर यूपी की राजनीति में सक्रिय हुए। वे इस समय भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।

सहयोगी दलों को भी साथ लिया
भाजपा ने सहयोगी दल अपना दल से दो नाम तय किए गए हैं। इसमें पहला नाम अनुप्रिया के पति आशीष पटेल का है। मौजूदा समय में अपना दल-एस यूपी विधानसभा में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने में आई है। वहीं, निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद भी कैबिनेट मंत्री बने हैं।