योगी कैबिनेट : पूर्वांचल से 14 और बुंदेलखंड से बनाये गये चार मंत्री, क्षेत्रीय संतुलन को भी साधा गया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार शपथ लेने वाली नवगठित योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में क्षेत्रीय संतुलन साधने की भरपूर कोशिश करते हुए पूर्वांचल क्षेत्र से 14 मंत्रियों को जगह दी गयी है। इसके अलावा योगी सरकार में इस बार बुंदेलखंड के प्रतिनिधित्व को बढ़ाया गया है।

यहां बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में शुक्रवार को दो उपमुख्यमंत्री सहित 52 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। इनमें पूर्वांचल के 14, बुंदेलखंड के चार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दर्जन भर मंत्री शामिल हैं।


पूर्वांचल क्षेत्र में इस बार भाजपा का चुनावी प्रदर्शन पिछले चुनाव की तुलना में थोड़ा कमजोर रहने के कारण इस क्षेत्र को मंत्रिमंडल में अधिक स्थान दिये जाने की उम्मीद की जा रही थी। इस लिहाज से योगी मंत्रिमंडल में स्थान पाने वालों में देवरिया जिले से सूर्य प्रताप शाही को कैबिनेट मंत्री और विजय लक्ष्मी गौतम को राज्य मंत्री बनाया गया है। वहीं, गोरखपुर जिले से योगी आदित्यनाथ स्वयं मुख्यमंत्री और संजय निषाद को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से इस बार तीन मंत्रियों को योगी सरकार में जगह मिली है। इनमें अनिल राजभर और रवीन्द्र जायसवाल को दोबारा मंत्री बनाया गया है, जबकि दया शंकर मिश्र ‘दयालू’ नये चेहरे के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं। दयालू फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। वाराणसी जिले से इस नीलकंठ तिवारी को मंत्रिमंडल में जगह मिली है।


इसके अलावा प्रयागराज जिले से नंद गोपाल ‘नंदी’, मऊ से एके शर्मा, बलिया से दयाशंकर सिंह और दानिश आजाद अंसारी को मंत्री बनाया गया है। विधान परिषद में मिर्जापुर जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे अपना दल (एस) के आशीष पटेल को भी योगी मंत्रिमंडल में बतौर कैबिनेट मंत्री स्थान मिला है। अपना दल (एस) की अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल मूलत: बुंदेलखंड क्षेत्र में चित्रकूट के निवासी हैं।


इनके अलावा पूर्वांचल क्षेत्र में जौनपुर जिले से गिरीश यादव और सोनभद्र से संजीव गौंड को भी मंत्रिमंडल में स्थान मिला है। इसके अलावा बुंदेलखंड क्षेत्र से भी योगी सरकार में इस बार चार मंत्रियों को जगह मिली है। इनमें प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, अपना दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष आशीष पटेल, बांदा की तिंदवारी सीट से अपना दल (एस) के विधायक रामकेश निषाद और ललितपुर जिले की महरौनी सीट से भाजपा विधायक मनोहर लाल मन्नू कोरी शामिल हैं। सिंह और पटेल को कैबिनेट और निषाद एवं मन्नू कोरी को राज्य मंत्री बनाया गया है।


पश्चिमी उप्र में योगी सरकार में पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दबदबा इस बार भी बरकरार रखा गया है। योगी सरकार की दूसरी पारी में सतीश महाना सरकार का हिस्सा नहीं बन पाये हैं वहीं ब्रज क्षेत्र में मथुरा के श्रीकांत शर्मा भी इस बार मंत्री पद की रेस से बाहर हो गये।


पश्चिमी उत्तर प्रदेश से योगी की टीम में जगह पाने वालों में मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के 14 जिलों से कुल 10 मंत्री बनाये गये हैं। जातीय समीकरणों को भी साधते हुए इनमें दो जाट, एक सिख, एक ठाकुर, एक गुर्जर, एक वैश्य, दो दलित और दो पिछड़े वर्ग के विधायकों को मंत्री बनाया गया है।


इस इलाके से मंत्री बने विधायकों में मेरठ जिले के दिनेश खटीक और डा. सोमेंद्र तोमर (राज्यमंत्री),
मुजफ्फरनगर जिले से कपिल देव अग्रवाल (राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार), गाजियाबाद जिले से नरेंद्र कश्यप (राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार) और बागपत जिले की बड़ौत सीट से विधायक केपी मलिक (राज्यमंत्री) शामिल हैं। इनके अलावा संभल से विधायक गुलाब देवी को राज्य मंत्री, सहारनपुर की देवबंद सीट से विधायक ब्रजेश सिंह और जसवंत सैनी को राज्यमंत्री, रामपुर जिले की बिलासपुर सीट से विधायक बलदेव सिंह औलख को राज्यमंत्री और मुरादाबाद के भूपेंद्र चौधरी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रूहेलखंड क्षेत्र से भी दो कैबिनेट और एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार को मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इनमें शाहजहांपुर से सुरेश खन्ना और जितिन प्रसाद को एक बार फिर कैबिनेट मंत्री तथा बरेली के डा अरुण सक्सैना को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। ब्रज क्षेत्र के मथुरा के छाता से विधायक लक्ष्मीनारायण वर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वहीं आगरा जिले के तीन विधायकाें में बेबीरानी मौर्य और योगेंद्र उपाध्याय को कैबिनेट मंत्री और धर्मवीर प्रजापति को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है।


अवध क्षेत्र में सबसे बड़ा इनाम लखनऊ कैंट सीट से विधायक चुने गये ब्रजेश पाठक को मिला। पिछली सरकार में कानून मंत्री रहे पाठक को इस बार उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। इसके अलावा पूर्व कांग्रेसी एवं रायबरेली से विधायक दिनेश प्रताप सिंह को मंत्रिमंडल में जगह मिली है।