चलिए जानते हैं निर्जला एकादशी का इन उपायों के बारे में..

सिंदूर सुहागिनों के जीवन का एक अहम हिस्सा है। यह उसके सुहाग की निशानी माना जाता है। निर्जला एकादशी के दिन सिंदूर के कुछ उपाय करने से व्यक्ति का भाग्योदय होता है। चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में।

सभी एकादशियों में निर्जला एकादशी सबसे सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। इसे भीमसेन एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा की जाती है। इस व्रत को करने से लम्बी आयु प्राप्त होती है, साथ ही व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है। इस एकादशी का इतना महत्व है कि अगर आपने साल भर कोई एकादशी ना की हो और इस एकादशी के दिन व्रत रखा हो तो सभी एकादशियों के बराबर पुण्य मिल जाता है।

इस उपाय से बढ़ेगा वैवाहिक जीवन में प्रेम

निर्जला एकादशी के दिन पत्नी अपनी मांग में लगे सिंदूर से पति का टीका करें। इससे दोनों के बीच प्रेम बढ़ता है साथ ही उनका रिश्ता और भी मजबूत हो जाता है। वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ाने के लिए आप एक और उपाय कर सकते हैं। इसके लिए एक एकाक्षी नारियल लें। इसपर सिंदूर लपेट दें। फिर पति और पत्नी दोनों अपने हाथों से इस नारियल को अपने इष्टदेव को अर्पित करें। इस उपाय से शादीशुदा जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।

खुलेंगे तरक्की के रास्ते

अगर आपके पति को बहुत मेहनत करने के बाद भी मेहनत के अनुसार फल नहीं मिल रहा तो आप यह उपाय  कर सकती हैं। इसके लिए एक छोटा-सा पीला कपड़ा लें। उस कपड़े पर सिंदूर से ओम लिखें, फिर इस कपड़े को तह करके अपने पति की जेब में रख दें। इससे तरक्की के सभी रास्ते खुल जाएंगे।

नहीं होंगे लड़ाई-झगड़े

अगर आपके वैवाहिक जीवन में कलेश चल रहा है। आपके छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई-झगड़े हो जाते हैं तो इसके लिए ये उपाय कारगर साबित होगा। इसके लिए एक कागज में सिंदूर रखकर उसे फोल्ड करें और एक पुड़िया बना लें। रात में सोते समय इस पुड़िया को पति के तकिए के नीचे रखें। सुबह स्नान करने के बाद इस पुड़िया को भगवान विष्णु और लक्ष्मी को अर्पित कर दें। इससे शादीशुदा जीवन में चल रहा मनमुटाव खत्म हो जाएगा।

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