जानिए पौष और माघ माह में सत्यनारायण भगवान पूजा एवं व्रत तिथि का महत्व..

सनातन संस्कृति में भगवान सत्यनारायण की पूजा का विशेष महत्व है। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा का विधान है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा की जाती है और घर में सुख समृद्धि के लिए कथा का श्रवण किया जाता है। वर्ष 2023 के जनवरी माह में पौष महीना अपने समाप्ति की ओर है और इसके बाद माघ माह का प्रारंभ हो जाएगा। ऐसे में यह जान लेना आवश्यक है कि पौष और माघ माह में सत्यनारायण भगवान की पूजा किस दिन की जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि मान्यता है कि भगवान सत्यनारायण की पूजा करने से स्वास्थ्य, धन और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं पौष और माघ माह में किस दिन की जाएगी भगवान सत्यनारायण की पूजा और उपवास।

पौष और माघ माह में सत्यनारायण भगवान पूजा एवं व्रत तिथि

पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि: 06 जनवरी 2023, शुक्रवार

तिथि प्रारंभ: 06 जनवरी 2023, प्रातः 12:44 से

तिथि समापन: 07 जनवरी 2023 प्रातः, 03:07 पर

माघ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि: 05 फरवरी 2023, रविवार

तिथि प्रारंभ: 04 फरवरी 2023, संध्या 07:59 से

तिथि समाप्त: 05 फरवरी 2023, रात्रि 10:28 पर

भगवान सत्यनारायण की पूजा के समय रखें इन बातों का ध्यान

  • शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान सत्यनारायण की पूजा विधिवत और बिना किसी गलती के की जानी चाहिए। इसलिए इस कार्य को करने के लिए योग्य ब्राह्मण का ही चयन करें और सत्यनारायण कथा सुनने के लिए अपने रिश्तेदार पड़ोसी और दोस्तों को जरूर घर पर आमंत्रित करें
  • भगवान सत्यनारायण की पूजा से पहले साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखें। सुबह और पूजा से पहले पूजा-स्थल को गंगाजल से पवित्र करें। इसके बाद भगवान विष्णु का चित्र शुभ दिशा में स्थापित करें और फिर पूजा करें। ऐसा करने से श्री हरि प्रसन्न होते हैं।
  • भगवान सत्यनारायण की कथा का श्रवण शांतिपूर्ण माहौल में ही करें। किसी भी गलत विचार को मन में उत्पन्न ना होने दें। केवल अपना ध्यान भगवान विष्णु की भक्ति के ओर केंद्रित रखें। ऐसा इसलिए क्योंकि कथा में कई ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनका जीवन में पालन करने से व्यक्ति सफल बन सकता है और अंत में उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • इस दिन सपरिवार सात्विक भोजन ही ग्रहण करें। मांस, मदिरा और तामसिक भोजन इत्यादि का सेवन करना वर्जित है। जिस घर में सतनारायण भगवान की पूजा और कथा का पाठ होने जा रही है। वहां परिवार के किसी एक व्यक्ति को व्रत अवश्य रखना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published.