आप के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर समन जारी किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आठवीं बार समन जारी किया है और पूछताछ के लिए चार मार्च को बुलाया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ होनी है।
दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में चल रही जांच में शामिल होने के लिए सात बार समन जारी हो चुका है। लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस में नहीं पहुंचे हैं। 26 फरवरी को भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए। आम आदमी पार्टी ने ईडी के सातवें समन पर कहा था कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ईडी के ऑफिस नहीं जाएंगे। क्योंकि अभी मामला कोर्ट में लंबित है। जिसकी सुनवाई 16 मार्च को होगी।
पेश नहीं होने पर आप ने कहा था कि रोज समन भेजने के बजाय कोर्ट के फैसले का इंतजार करें। हम इंडिया गठबंधन का साथ नहीं छोड़ेंगे। हमारे ऊपर इस तरह से मोदी सरकार दबाव न बनाए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बीती 22 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय ने सातवां समन जारी कर सोमवार 26 फरवरी को पेश होने के लिए कहा था। अब तक मुख्यमंत्री को सात समन जारी हो चुके हैं। लेकिन अभी तक वह दिल्ली शराब घोटाले के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए हैं। इससे पहले 14 फरवरी को छठा समन जारी कर 19 फरवरी को पेश होने के लिए कहा था। लेकिन केजरीवाल उस समन पर पेश नहीं हुए थे। उन्होंने कहा था कि अभी मामला कोर्ट में चल रहा है। इसलिए ईडी कोर्ट के फैसले का इंतजार करे।
पेश नहीं होने पर भाजपा ने कसा केजरीवाल पर तंज
ईडी समन पर पेश नहीं होने पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को भगौड़ा नंबर 1 के खिताब से नवाजा जाना चाहिए। जिसने अन्न हजारे का इस्तेमाल किया। सबसे पहले उन्हें इस्तीफा देना चाहिए और फिर जांच में शामिल होना चाहिए। आज वह न तो अपना इस्तीफा दे रहे हैं और न ही जांच में शामिल हो रहे हैं। क्योंकि अब वह लालू प्रसाद यादव के करीबी और दोस्त हैं। उन्होंने कोर्ट ने कोई राहत नहीं दी है। कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह चुकी है कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्ट हैं। वह शराब घोटाले पर अपना जवाब दे चुकी है।