कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बुधवार को पार्टी के विभिन्न नेताओं की मौजूदगी में मध्य कर्नाटक के इस जिला मुख्यालय शहर में मुरुगा मठ के संत ने लिंगायत संप्रदाय में दीक्षा ली।
विभिन्न मठों के लिंगायत संतों के साथ बातचीत के बाद, मुरुगा मठ के द्रष्टा, शिवमूर्ति मुरुगा शरण ने उन्हें लिंगायत संप्रदाय में दीक्षित किया। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा, जहां अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं, लिंगायतों को अपना प्रमुख वोट-बेस मानती है
राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी, ‘श्री जगद्गुरु मुरुगराजेंद्र विद्यापीठ का दौरा करना और डा. श्री शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू से ‘इष्टलिंग दीक्षा’ प्राप्त करना एक परम सम्मान की बात है। गुरु बसवन्ना की शिक्षाएं शाश्वत हैं और मैं इसके बारे में मठ के शरणारू से अधिक जानने के लिए विनम्र हूं।’
इस अवसर पर, राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं पिछले कुछ समय से बसवन्ना जी के बारे में थोड़ा बहुत पढ़ रहा हूं और उनको जानने की कोशिश कर रहा हूं। इसलिए, यह मेरे लिए वास्तविक सम्मान की बात है।’ उन्होंने मुरुगा मठ के द्रष्टा से आग्रह किया, ‘मैं आपसे एक अनुरोध करूंगा कि अगर आप मुझे ‘इष्ट लिंग’ और शिव योग के अभ्यास के बारे में विस्तार से सिखाने के लिए किसी को भेज सकते हैं।’
मठ के एक अधिकारी ने कहा ‘इस ऐतिहासिक अवसर पर आज मुरुगा मठ में मुरुगा शरणारू ने राहुल गांधी को ‘इष्ट लिंग दीक्षा’ दी। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार भी मौजूद थे।