गोरखपुर: फर्जी खातों से 60 करोड़ की हेराफेरी..व्यापारी समेत दो हिरासत में

अभी तक की पूछताछ में पता चला है कि एक आरोपी सिद्धार्थनगर का रहने वाला है, जिसके संपर्क में मुंबई के कई लोग हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के लोगों के भी शामिल होने की आशंका है। पुलिस जांच कर रही है। जल्द ही एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो सकता है।

ऑनलाइन जुआ के जरिए जालसाजी करने वाले गिरोह की आशंका में पुलिस ने एक व्यापारी समेत दो लोगों को हिरासत में लिया है। अब तक की जांच में पता चला है कि शाहपुर इलाके में एक विधायक के घर में किराएदार व्यापारी ने नौकरानी समेत 20 लोगों का निजी बैंक में खाता खुलवाकर 60 करोड़ से अधिक की ठगी की है।

नौकरानी के सामने आने के बाद एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने एएसपी अंशिका वर्मा को जांच सौंपी थी, जिसके बाद पुष्टि होने पर पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। अब तक की पूछताछ में पता चला है कि एक आरोपी सिद्धार्थनगर का रहने वाला है, जिसके संपर्क में मुंबई के कई लोग हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के लोगों के भी शामिल होने की आशंका है। पुलिस जांच कर रही है। जल्द ही एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो सकता है।

जानकारी के मुताबिक, बिहार के गोपालगंज जिले की रहने वाली लक्ष्मीना देवी नाम की महिला शाहपुर इलाके के जेमिनी अपार्टमेंट में किराए के मकान में रहने वाले व्यापारी के घर नौकरानी थी।

शेयर बाजार का काम करने वाले व्यापारी ने अगस्त 2023 में सरकारी योजना का फायदा दिलाने की जानकारी देकर मेडिकल कॉलेज रोड स्थिति निजी बैंक की शाखा में लक्ष्मीना, उसकी ननद और भाभी का खाता खुलवाया। खाते का संचालन वह खुद करता था।

नौकरानी की भाभी का खाता उसके पते पर ही खुला था। दिसंबर 2023 के आखिरी सप्ताह में लक्ष्मीना की भाभी के पते पर बैंक ने चेक बुक भेजा, जिसे पाने के बाद उसने खाते की जांच कराई। पता चला कि किसी तरह से जीवन-यापन कर रही महिला के खाते में करोड़ों का टर्नओवर हुआ है।

वह डर गई और लक्ष्मीना को मामले की जानकारी दी। लक्ष्मीना भी बैंक पहुंची तो यह जानकर अवाक रह गई कि बिना उसकी जानकारी के तीनों खाते से करीब 50 करोड़ का टर्नओवर हुआ है।

हेराफेरी में फंसने के डर से इन लोगों ने मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में मामले की शिकायत की। एसएसपी ने एएसपी/सीओ कैंट अंशिका वर्मा से जांच कराई तो पता चला कि मामला ऑनलाइन जुआ में जालसाजी का है। सिद्धार्थनगर में रहने वाले अपने साथी की मदद से व्यापारी ने 20 से अधिक लोगों का बैंक में खाता खुलवाया है, जिसके जरिए रुपये की हेराफेरी की जा रही है।

मुंबई और छत्तीसगढ़ के खातों में भेजे गए रुपये
अब तक की जांच में पता चला है कि गोरखपुर में खोले गए खातों में ऑनलाइन रुपये आए हैं। इन रुपयों को नेट बैंकिंग के जरिए ही तत्काल मुंबई और छत्तीसगढ़ के दूसरों खातों में भेज दिया गया। अभी बीस ही खाते सामने आए हैं, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही इस गिरोह में शामिल अन्य लोग और खातों की जानकारी मिल जाएगी।

पीएनबी प्रबंधक और रेलवे अधिकारी से हुई थी जालसाजी
शेयर में ही रुपये कमाने का लालच देकर पीएनबी बैंक के मैनेजर से 32 लाख और रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के एक अफसर से 27 लाख रुपये की जालसाजी का मामला सामने आ चुका है। साइबर पुलिस इन मामलों की जांच भी कर रही है। यह भी देखा जा रहा है कि कहीं यह जालसाजी भी तो इसी गिरोह के लोगों ने तो नहीं की है।

एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि नौकरानी और दूसरे लोगों के खाते खोलकर जालसाजी का मामला सामने आया है। पुलिस गहराई से जांच कर रही है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस और साइबर एक्सपर्ट जांच कर रहे हैं, कई अहम जानकारियां मिली हैं। जल्द ही पूरे गिरोह का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।

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