जानिए भाग्यांक 5 और 6 वाले लोगों का कैसा होता है स्वभाव और बेस्ट पार्टनर है कि नहीं..

अंक शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के जीवन करियर वैवाहिक जीवन के बारे में उसके भाग्यांक के द्नारा आसानी से जाना जा सकता है। जानिए भाग्यांक 5 और 6 वाले लोगों का कैसा होता है स्वभाव और बेस्ट पार्टनर है कि नहीं।

 अंकशास्त्र के हिसाब से भाग्यांक 5 और 6 के बीच रिश्ता कैसा रहेगा, यह जानने के लिए कई बातों पर गौर करना होगा। ये दोनों ही लोग सामाजिक, भावुक होते हैं और पार्टी का मजा लेते हैं। हालांकि, भाग्यांक 6 के सहज व्यक्तित्व से नंबर 5 बहुत ईर्ष्यालु हो सकता है, जो प्यार को मुश्किल बना सकता है। वहीं, भाग्यांक 6 को समझना कठिन है। जहां दोनों ही अंकों की अपनी अद्भुत खूबियां हैं, फिर भी ऐसा नहीं है कि इन्हें एक ही जैसी जीवनशैली पसंद आए। ज्योतिषाचार्य, अंकशास्त्री डॉ. गौरव गीते से जानिए अंक 5 और 6 मूलांक वाले कैसे होते हैं जीवनसाथी।

डॉ. गीते के मुताबिक इन दोनों का रिश्ता सबसे अधिक अनुकूल नहीं है, लेकिन अगर दोनों पक्ष समझौता करने और एक-दूसरे के साथ सामंजस्य बिठाने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो वे सफल जोड़ी बन सकते हैं। इसके साथ ही अगर ये दोनों लोग एक साथ संवाद और काम करने में सक्षम हैं, तो स्थायी संबंध की संभावना ज्यादा हो जाती है।

अपने व्यक्तित्व के आधार पर, भाग्यांक 5 और 6 बेहद कामुक और फिजिकल हो सकते हैं। हालांकि, ऐसे हालात में दोनों लोगों को धोखाधड़ी और अत्यधिक प्यार से बचना चाहिए। इस प्रकार का व्यक्ति अत्यधिक साहसी होता है और उसे अत्यधिक सहनशीलता वाले साथी की जरूरत होती है। इन दोनों को एक-दूसरे की आजादी का सम्मान करना चाहिए।

यूं तो भाग्यांक 5 और 6 के बीच रिश्ता ना तो आदर्श है और ना ही बेहद आसान, फिर भी कुछ माहौल में दोनों अच्छी तरह से काम कर सकते हैं।जब तक दोनों समझौता करने और एक साथ काम करने के लिए तैयार हैं, तब तक इनके बीच मजबूत और प्यार भरा रिश्ता बना रह सकता है।दोनों को ही रिश्ते में एक स्वस्थ संतुलन बनाए रखने की जरूरत होती है।

संयुक्त रूप से दोनों एक-दूसरे की ताकत, आजाद मन, साहस और स्वतंत्रता के प्रति आकर्षित होंगे। नंबर 6 के रूप में साथी का होना, तरक्की और आगे बढ़ने के लिए स्वर्ग जैसा है।

कैसे जाने अपना भाग्यांक

अंक शास्त्र यानी न्यूमेरोलॉजी के मुताबिक अगर दो व्यक्तियों के बीच रिश्ता कैसा हो यह पता लगाने के लिए, दोनों के भाग्यांक (Life Path Number) की जरूरत पड़ती है। इसके लिए व्यक्ति की जन्मतिथि यानी तारीख, महीना और वर्ष के सभी अंकों का जोड़ निकालकर अंत में इसे एक अंक में ले आएं। जैसे किसी की जन्मतिथि 12 जनवरी 1995 है, तो इसका भाग्यांक होगा- (1+2)+1+(1+9+9+5)= 3+1+24=28 और 28 का मतलब है 2+8=10 यानी 1 (एक)।

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