पंत के क्रिकेटर बनने की कहानी काफी संघर्षपूर्ण ,उनके परिवार ने इसमें अहम भूमिका निभाई..

भारतीय टीम के स्‍टार विकेटकीपर बल्‍लेबाज रिषभ पंत एक कार एक्‍सीडेंट में गंभीर रूप से घायल हो गए। पंत के माथे और पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं। पंत के क्रिकेटर बनने की कहानी काफी संघर्षपूर्ण है। उनके परिवार ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।

भारतीय टीम के स्‍टार विकेटकीपर बल्‍लेबाज रिषभ पंत शुक्रवार की सुबह गंभीर रूप से चोटिल हो गए। पंत दिल्‍ली से रुड़की जा रहे थे, जहां उनकी कार का एक्‍सीडेंट हो गया। पंत का रुड़की के करीब एक ब्‍लैक स्‍पॉट में यह हादसा हुआ। पंत अकेले की कार ड्राइव कर रहे थे और हादसा होने के बाद वह शीशा तोड़कर बाहर निकले व अपनी जान बचाई। पंत की गाड़ी पूरी तरह जल गई।

रिषभ पंत आज भारत के स्‍टार क्रिकेटर हैं, लेकिन इसके लिए उन्‍होंने कड़ी मेहनत की है। पंत के पिता का सपना था कि वो अपने बेटे को क्रिकेटर बनता देखें। बता दें कि रिषभ पंत का जन्‍म 4 अक्‍टूबर 1997 को उत्‍तराखंड के रुड़की में हुआ। उनकी मां का नाम सरोज पंत और पिता का नाम राजेंद्र पंत है। पंत के पिता का निधन 2017 में हो गया था।

पंत का क्रिकेट सफर

रिषभ पंत को दिल्‍ली की टॉप क्रिकेट एकेडमी में से एक सॉनेट एकेडमी में भेजा गया। पंत को क्रिकेटर बनाने में उनकी मां का अहम रोल रहा। एक शख्‍स ने बताया था कि करीब 7-8 साल पहले हमारा 45 दिन का शिविर था। उनके पिता ने रिषभ का हमसे परिचय कराया। दिल्‍ली में पंत को क्रिकेटर बनाने की जिम्‍मेदारी उनकी मां ने उठाई। रुड़की से आए पंत परिवार के पास दिल्‍ली में रहने की जगह नहीं था। लिहाजा मां-बेटा मोती बाघ के गुरुद्वारे में रहते थे।

मां गुरुद्वारा में सेवा करती थी जबकि बेटा अपने पिता के सपनों को आकार देने की कोशिश में जुटा हुआ था। बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने अंडर-12 टूर्नामेंट में खेला और तीन शतक जमाकर प्‍लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अवॉर्ड जीता। क्‍लब के कोच ने जल्‍द ही उन्‍हें दिल्‍ली कैंट में एयरफोर्स स्‍कूल लेकर गए, जिसके बाद पंत ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। पंत ने आगे चलकर भारतीय अंडर-19, भारत और आईपीएल में दिल्‍ली कैपिटल्‍स का प्रतिनिधित्‍च किया। आशीष नेहरा खुद भी सॉनेट क्‍लब से हैं, जो पंत की काफी कद्र करते हैं। जब भी नेहरा एकेडमी में आते थे तो पंत को गेंदबाजी करते थे।

पंत का डेब्‍यू

रिषभ पंत ने अंडर-19 वर्ल्‍ड कप से चर्चा हासिल की थी। उन्‍होंने केवल 18 गेंदों में अर्धशतक जमाकर काफी प्रभावित किया था। यहां से पंत के प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की नजरें टिक गईं और एक साल के भीतर ही उन्‍हें टी20 इंटरनेशनल मैच में डेब्‍यू करने का मौका मिल गया। पंत ने 1 फरवरी 2017 को इंग्‍लैंड के खिलाफ बेंगलुरु में अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्‍यू किया था। फिर अगस्‍त 2018 में नॉटिंघम में इंग्‍लैंड के खिलाफ ही विकेटकीपर बल्‍लेबाज को टेस्‍ट डेब्‍यू का मौका मिला। इसके बाद 21 अक्‍टूबर 2018 को पंत ने वेस्‍टइंडीज के खिलाफ गुवाहाटी में अपना डेब्‍यू किया।

पंत का करियर

ऋषभ पंत ने 33 टेस्‍ट मैचों में 5 शतक और 11 अर्धशतक की मदद से 2271 रन बनाए। इसके अलावा पंत ने 30 वनडे मैचों में एक शतक और पांच अर्धशतक की मदद से 865 रन बनाए। बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने 66 टी20 इंटरनेशनल मैचों में तीन अर्धशतकों की मदद से 987 रन बनाए हैं।

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