पेट्रोल से जिन्दा जला दी गई दुमका की नाबालिग छात्रा की हत्या मामले में 28 लोगों की गवाही पूरी

पेट्रोल से जिन्दा जला दी गई दुमका की नाबालिग छात्रा की हत्या मामले में 28 लोगों की गवाही पूरी हो चुकी है। पेट्रोल कांड की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय रमेश चन्द्रा की अदालत में चल रही है। इस घटना से जुड़े पुलिस कर्मियों,एफएसएल की टीम एवं एसआईटी टीम के सदस्यों की गवाही होनी है। चार्जशीट में पुलिस ने 26 लोगों को गवाह बनाया था। 

दुमका के जरुवाडीह मुहल्ले की घटना
यह घटना 23 अगस्त को दुमका के जरुवाडीह मुहल्ले में हुई थी। आरोपी शाहरुख हुसैन एवं नईम उर्फ छोटू खान ने छात्रा को खिड़की से पेट्रोल छिड़ककर जला दिया था,जिससे उसकी 27 अगस्त को रांची रिम्स में इलाज के दौरान हो गई थी। इस मामले की छानबीन करने के लिए 10 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया गया था। पुलिस ने 100 पेज से अधिक की चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में समर्पित किया था। 23 सितम्बर से कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई। बयाव पक्ष के अधिवक्ता सिकंदर मंडल ने बताया कि छात्रा हत्याकांड मामले में गवाही अभी भी चल रही है। पुलिस टीम,एसआईटी एवं एफएसएल टीम के सदस्यों की भी गवाही होनी है। उन्होंने बताया कि छात्रा के पूरे परिवार वालों की गवाही पूरी हो चुकी है।

अंकिता ने मरने से पहले दिया था बयान
गौरतलब है कि पेट्रोल डालकर जिंदा जलाई गई अंकिता ने रिम्स में दम तोड़ने से पहले बताया था कि आरोपी शाहरुख उसे छेड़ता था। जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाता था। मोबाइल फोन पर बात करने का दबाव बनाता था। अंकिता ने इससे इनकार किया था। 23 अगस्त को तड़के शाहरुख ने पेट्रोल डालकर अंकिता को जिंदा जला दिया था। 27 अगस्त को अंकिता ने दम तोड़ दिया था। अंकिता हत्याकांड ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थी। 

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