फरीदाबाद में रहने वाले एक मुस्लिम परिवार ने बजरंग दल पर अपनी गायें और बकरियां ले जाने का आरोप लगाया..

फरीदाबाद में रहने वाले एक मुस्लिम परिवार ने बजरंग दल पर अपनी गायें और बकरियां ले जाने का आरोप लगाया है। जिले के खोरी जमालपुर गांव में रहने वाले जमात अली ने पुलिस को बताया कि उसकी कथित तौर पर बजरंग दल द्वारा 60 से अधिक गायें और 17 बकरियां छीन ली गईं। पुलिस ने कहा कि मामले के शिकायतकर्ता को एक गाय ट्रैक्टर से बंधी हुई मिली। एक अधिकारी ने कहा, ‘उसे बचाने के लिए, उन्होंने पुलिस को बुलाया और गोहत्या की शिकायत दर्ज कराई। हमने मामला दर्ज कर लिया है।’ 

सोहना पुलिस स्टेशन के एसएचओ संतोष कुमार ने कहा कि उन्हें बजरंग दल के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि मौके पर केवल शिकायतकर्ता और ग्रामीण थे। ग्रामीणों के अनुसार, जमात अली के पास गायें थीं और उसके परिवार के दो लड़के उन्हें चराते थे। अली के 23 साल के भतीजे जुबैर ने आरोप लगाया, ‘हम 30 जून को परिवार की एक शादी की तैयारी कर रहे थे। उस रात, दो लड़के आए और कहा कि तलवार लहराते हुए कई लोग हमारे खेत में हैं। हमें पता चला कि वे बजरंग दल से थे, इसलिए हम बाहर नहीं गए। अगली सुबह, जब हम खेत में पहुंचे, तो वे पिकअप ट्रक में 55 गाय, 17 बकरियां और 13 बछड़े ले जा रहे थे। उन लोगों ने हमारे खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और सोहना पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज है।’

पीड़ित के परिवार ने कहा कि अली और उसका बेटा चार अन्य लोगों के साथ मामले को लेकर गुड़गांव की पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन से मिलने गए थे। सीपी रामचंद्रन ने कहा, ‘एसीपी सोहना इस मामले को देख रहे हैं। मालिक ने अभी तक स्वामित्व का कोई सबूत नहीं दिया है।’ जुबैर का कहना है कि मवेशी परिवार की आय का एकमात्र स्रोत थे और उनके पास ट्रैक्टर नहीं हैं। उन्होंने पूछा, ‘गोहत्या पर प्रतिबंध है, लेकिन क्या अब कोई नया कानून आया है कि मुसलमान गाय नहीं पाल सकते? ‘

अली के दूसरे भतीजे यूसुफ खान ने कहा, ‘वे गोरक्षा के नाम पर हमारे व्यवसाय को निशाना बना रहे हैं, और इसका असर पहले से ही गरीबी से जूझ रहे हमारे परिवार पर ही पड़ेगा। हमने कभी गाय को नहीं मारा है। हमारे साथ अन्याय होने के बावजूद हमारे ऊपर ही केस दर्ज किया गया है।’ यूसुफ का कहना है कि उन्होंने एक शिकायत दी है लेकिन धौज पुलिस स्टेशन ने अबतक इसे स्वीकार नहीं किया है। इस बीच, बजरंग दल के फरीदाबाद नेता पंकज ने कहा कि उन्हें ग्रामीणों द्वारा गोहत्या की सूचना दी गई थी और उन्होंने 50 से अधिक गायों को बचाकर गौशाला भेज दिया है।

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