सिक्किम में आए ‘जल प्रलय’ में लापता हुए असम के जवान की मौत

सिक्किम में तीस्ता नदी में आई अचानक बाढ़ में लापता हुए असम के जवान की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने एक्स पर लिखा-शहीद जवान अमर रहे। असम के लिए दुखद क्षति। सिक्किम में आई दुर्भाग्यपूर्ण बाढ़ में हमने बक्सा जिले के रहने वाले भारतीय सेना के जवान मितुल कलिता को खो दिया।
उत्तरी सिक्किम के ल्होनक झील में अचानक आई बाढ़ में लापता हुए असम के जवान की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को यह जानकारी दी।

‘शहीद जवान अमर रहे’
हिमंत बिस्वा सरमा ने ‘एक्स’ पर लिखा- शहीद जवान अमर रहे। असम के लिए दुखद क्षति। सिक्किम में आई दुर्भाग्यपूर्ण बाढ़ में हमने बक्सा जिले के रहने वाले भारतीय सेना के जवान मितुल कलिता को खो दिया। कलिता अलीपुरद्वार में सेना के तकनीकी विभाग में कार्यरत थे।

बता दें कि शनिवार को तीस्ता नदी में आई अचानक बाढ़ में लापता हुए 62 लोग जीवित मिल गए। कुल 22 सैनिक लापता हुए थे, जिनमें से शनिवार तक नौ के शव बरामद हो गए हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिक्किम में आई बाढ़ में जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने एक्स पर किए गए एक पोस्ट में लिखा- 13 सैनिकों और 81 लापता नागरिकों को बचाने के लिए सर्च अभियान जारी है।

बाढ़ में बहकर आए 42 शवों को बंगाल के विभिन्न हिस्सों से निकाला गया है। सिक्किम के मंगन जिले के लाचेन और लाचुंग में तीन हजार से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं।

बाढ़ से कुल 41 हजार 870 लोग प्रभावित हुए हैं। इनमें से 30 हजार 300 लोग सिर्फ मंगन जिले के हैं। उत्तरी सिक्किम में बाढ़ में 13 पुल बह गए। छह हजार 875 लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली। एक हजार 320 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

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