तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल को गृह मंत्रालय ने आज सुबह निलंबित कर दिया। चार नवंबर को गोयल को हेडक्वार्टर भेजा गया था। संदीप 1989 बैच के आइपीएस हैं। उपराज्यपाल की एक रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने गोयल को निलंबित करने का निर्णय लिया।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की एक रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और तिहाड़ जेल के पूर्व महानिदेशक संदीप गोयल को कर्तव्यों में कथित लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है। 1989 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी गोयल को पिछले महीने दिल्ली की तिहाड़ जेल के प्रमुख के पद से हटा दिया गया था और दिल्ली पुलिस मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया था।
कर्तव्यों में लापरवाही बरतने का आरोप
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तिहाड़ के महानिदेशक के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान कर्तव्यों में लापरवाही बरतने के लिए गृह मंत्रालय ने उन्हें निलंबित कर दिया है। हालांकि निलंबन आदेश में कोई विशेष कारण नहीं बताया गया है।
ठग सुकेश चंद्रशेखर द्वारा सनसनीखेज दावा करने के बाद गोयल को पद से हटा दिया गया था कि उन्होंने मंडोली जेल में सुरक्षा के लिए अधिकारी को 12.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, जहां वह 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में बंद है।
चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में यह भी दावा किया था कि उन्होंने पार्टी में एक “महत्वपूर्ण” पद के लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को 50 करोड़ रुपये से अधिक और जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन को 10 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया था। सुकेश ने यह दावा 7 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में किया था।