नीति घाटी की टिम्मरसैंण गुफा में कड़ाके की ठंड के बाद बाबा बर्फानी शिवलिंग का आकार लेने लगे.. 

नीति घाटी की टिम्मरसैंण गुफा में कड़ाके की ठंड के बाद बाबा बर्फानी शिवलिंग का आकार लेने लगे हैं। इस शिवलिंग की खास बात यह है कि इस पर चट्टान से निकलने वाले पेयजल की धारा से स्वत ही निरंतर जलाभिषेक होता रहता है।

 चमोली जिले में नीति घाटी की टिम्मरसैंण गुफा में कड़ाके की ठंड के बाद बाबा बर्फानी शिवलिंग का आकार लेने लगे हैं। टिम्मरसैंण में इस साल यात्रा को लेकर पर्यटन विभाग व स्थानीय लोग खासा उत्साहित हैं।

नीति घाटी में नीति गांव के पास टिम्मरसैंण गुफा में प्रतिवर्ष शीतकाल में बाबा बर्फानी आकार लेते हैं। यहां पर कई बर्फ के शिवलिंग प्राकृतिक तौर पर बनते हैं, हालांकि एक मुख्य शिवलिंग विराजमान होता है, जिसे बाबा बर्फानी के रूप में पूजा जाता है।

यहां स्वत: ही निरंतर होता रहता है जलाभिषेक

हालांकि इस गुफा में शिवलिंग पहले से ही मौजूद हैं, जिसकी गीष्मकाल में भी पूजा होती है। इस शिवलिंग की खास बात यह है कि इस पर चट्टान से निकलने वाले पेयजल की धारा से स्वत: ही निरंतर जलाभिषेक होता रहता है।

इन दिनों हालांकि नीति घाटी में जमी बर्फ पिघल चुकी है, लेकिन कड़ाके की ठंड के चलते तापमान माइनस पांच से ऊपर जा रहा है, जिससे झरने सहित प्राकृतिक स्रोतों पर पानी जमने लग गया है।

स्थानीय अपने घरों की स्थिति को देखने गए नीति घाटी के लोग बाबा बर्फानी की गुफा तक भी गए हैं। प्रेम फोनिया निवासी नीति ने बताया कि गुफा में पानी जमकर बर्फ का आकार ले रहे हैं। बर्फानी बाबा की इस गुफा में प्रारंभिक दौर है।

बाबा बर्फानी की यात्रा को लेकर उत्साहित पर्यटन विभाग

पर्यटन विभाग भी इस बाबा बर्फानी की यात्रा को लेकर उत्साहित हैं। इसके लिए स्थानीय निवासियों से बैठक कर इस साल यात्रा को लेकर अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी के दर्शन कराने को रणनीति बनाई जा रही है।

पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा ने बताया कि नीति टिम्मरसैंण गुफा में बर्फ के शिवलिंग का आकार लेना शुरू हो चुका है। कहा कि यात्रा को लेकर स्थानीय निवासियों के साथ बैठक कर अंतिम रुप दिया जाएगा। यह यात्रा फरवरी में होती है। इसके लिए पहले ही स्थानीय नागरिकों के होम स्टे सहित अन्य सुविधाएं मौजूद हैं।

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