कानपुर के बिकरू कांड में मुख्य आरोपित अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को आज सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। बता दें कि सुनवाई से पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने खुशी दुबे की जमानत का विरोध करते हुए अपना जवाब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया था। बिकरू कांड में शहीद हुए यूपी पुलिस के जवानों के परिजनों की तरफ से खुशी दुबे को जमानत दिए जाने को लेकर विरोध दर्ज किया गया था। बता दें कि खुशी दुबे बिकरू कांड में जमानत पाने वाली पहली आरोपित हैं।
2020 में हुआ था बिकरु कांड
साल 2020 में देशभर में कानपुर के बेहद चर्चित बिकरु कांंड मुख्य आरोपित अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को पुलिस ने सह अभियुक्त बनाया है। चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 को दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे गैंग ने फायरिंग कर दी थी। घटना में आठ पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने अमर दुबे की पत्नी पर फर्जी दस्तावेज लगा सिम लेने का मुकदमा दर्ज किया था, जिसकी सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड में चल रही है।
ये है खुशी दुबे का मामला
पुलिस ने कुख्यात विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे को कुछ दिन बाद ही मुठभेड़ में मार गिराया था। बिकरू कांड से पांच दिन वहले ही अमर दुबे की खुशी दुबे से शादी हुई थी। शादी में विकास सहित आरोपित पुलिस कर्मी भी मौजूद थे। अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को पुलिस ने मुठभेड़ के कुछ दिन बाद गिरफ्तार किया था। उसे बिकरु कांड की साजिश का आरोपित बनाया गया है। खुशी दुबे के नाबालिग होने के चलते अदालत के आदेश पर उसे सितंबर 2020 को बाराबंकी संप्रेक्षण गृह भेजा गया था।