ऐतिहासिक खजानों से भरी दिल्ली में एक और धरोहर मिल गई, पढ़े पूरी खबर

ऐतिहासिक खजानों से भरी दिल्ली में एक और धरोहर मिल गई है। दक्षिणी दिल्ली में चिल्ड्रेन म्यूजियम के पास 13वीं, 14वीं शताब्दी के दौर की सुरंग मिली है। आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) की ओर से सीरी फोर्ट के पास रास्ते को लेकर की जा रही खुदाई के दौरान यह सामने आई है। विजिटर्स की सुविधा के लिए फ्रंट गेट से मेन रोड के बीच रास्ता बनाने के लिए खुदाई की जा रही थी। अधिकारियों ने कहा कि धनुषाकार संरचना का आरंभिक हिस्सा दिखा है और आगे की खुदाई नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि ढांचे को इसी तरह रखा जाएगी। सुरंग का शुरुआती हिस्सा ही अचंभित करने वाला है। यह दिखने में कुछ वैसी ही है जैसी आज के दौर में बड़ी-बड़ी मशीनों से बनाई जाती है।

दिल्ली सर्कल के सुपरिंटेंडिंग आर्किलॉजिस्ट प्रवीण सिंह ने कहा, ‘हम फ्रंट गेट से मेन रोड के बीच 4 मीटर चौड़ी सड़क बना रहे हैं, जिस दौरान यह ढांचा सामने आया है।’ चिल्ड्रेन म्यूजियम की शुरुआत 2011 में हुई थी और यहां देश और विदेश के लोकप्रिय स्मारकों और मूर्तियों की 30 प्रतिकृतियों को रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि करीब 100 और प्रतिकृतियां लगाने के लिए नई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बना ली गई है और इसके आधार पर विकास कार्य चल रहा है। सिंह ने कहा कि म्यूजियम को अपग्रेट करने का काम चल रहा है जिसके अंदर प्रतिकृतियों को रखा जाएगा। 

अधिकारी ने बताया, ‘यहां कोई औपचारिक खुदाई नहीं हो रही थी बल्कि संयोगवश खोज है। सीरी फोर्ट के दायरे में ऐसे सभी ढांचे खिलजी वंश के समय के हैं, जिनका 13वीं-14वीं शताब्दी के दौरान शासन था। हमने अब लगभग पांच-छह फीट की संरचना को उजागर कर दिया है और इसे बच्चों के लिए एक प्रदर्शन के रूप में रखेंगे, यह दिखाने के लिए कि खुदाई के दौरान ऐसी संरचनाएं कैसे खोजी जाती हैं।’

अधिकारियों ने बताया कि सुरंग जैसी संरचना एक टीले पर है जो जमीन से करीब एक मीटर ऊपर है। चिल्ड्रेन म्यूजियम के निर्माण के दौरान मिट्टी के बर्तनों के अवशेष भी मिले थे जो खिलजी वंश से जुड़े थे। अधिकारियों ने बताया कि वह नहीं जानते कि यह सुरंग कहा जाती है। वरिष्ठ अधिकारियों को इस खोज के बारे में जानकारी दी गई है और यदि ऊपर से मंजूरी मिलती है तो आगे की खुदाई की जाएगी।

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