नई दिल्ली, आशीष कुमार चौहान ने बीएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ (BSE Chief) के पद से इस्तीफा दे दिया है। वह एक्सचेंज में अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों से मुक्त हो गए हैं। चौहान जल्द ही प्रतिद्वंद्वी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में शामिल होंगे। बीएसई ने चौहान की जगह नए प्रमुख की तलाश शुरू कर दी है।
आशीष कुमार चौहान एनएसई की संस्थापक टीम का हिस्सा थे, लेकिन 2000 में रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह का हिस्सा बनने के लिए उन्होंने इसे छोड़ दिया। 2009 में वह बीएसई के डिप्टी सीईओ के रूप में स्टॉक एक्सचेंज क्षेत्र में वापस लौटे और फिर 2012 में उन्होंने सीईओ के रूप में कार्यभार संभाला।
एक नियामक फाइलिंग में कहा बीएसई ने कहा है कि एक्सचेंज की एक कार्यकारी प्रबंधन समिति नए एमडी और सीईओ की नियुक्ति तक बीएसई के मामलों को देखेगी। कार्यकारी प्रबंधन समिति में मुख्य नियामक अधिकारी नीरज कुलश्रेष्ठ, मुख्य वित्तीय अधिकारी नयन मेहता, मुख्य व्यवसाय अधिकारी समीर पाटिल और व्यापार संचालन और लिस्टिंग बिक्री प्रमुख गिरीश जोशी शामिल हैं। चौहान को 25 जुलाई, 2022 से बीएसई में भूमिकाओं और जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है।
आशीष कुमार चौहान ने बीएसई को 6 माइक्रोसेकंड रिएक्शन टाइम के साथ दुनिया का सबसे तेज एक्सचेंज बना दिया। उन्होंने भारत में मोबाइल स्टॉक ट्रेडिंग की शुरुआत की, जिसमें मुद्रा, कमोडिटी और इक्विटी डेरिवेटिव, एसएमई, स्टार्टअप, म्यूचुअल फंड और बीमा वितरण, स्पॉट मार्केट और पावर ट्रेडिंग सहित नए क्षेत्रों में विविधता आई।
एनएसई के नए चीफ होंगे आशीष कुमार चौहान
आशीष कुमार चौहान एनएसई के अगले सीईओ होंगे। वह ऐसे समय में एनएसई का कार्यभार संभालने जा रहे हैं, जब यह अब तक के अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। फिलहाल इसे गवर्नेंस लैप्स के आरोपों के साथ को-लोकेशन घोटाले का भी सामना करना पड़ रहा है। को-लोकेशन केस के परिणामस्वरूप इसके पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण को हटा दिया गया था।