उत्तराखंड: नैनीताल सीट पर 15 साल में सबसे कम मतदान

नैनीताल सीट पर 61.75 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष-2019 लोकसभा चुनाव से तुलना करें तो इस संसदीय सीट पर मतदान 7.70 प्रतिशत घट गया है। इस साल पिछले 15 सालों में सबसे कम मतदान हुआ। वोटिंग कम होने के पीछे विशेषज्ञ कई कारण बता

नैनीताल ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट पर 61.75 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष-2019 लोकसभा चुनाव से तुलना करें तो इस संसदीय सीट पर मतदान 7.70 प्रतिशत घट गया है। इस साल पिछले 15 सालों में सबसे कम मतदान हुआ। वोटिंग कम होने के पीछे विशेषज्ञ कई कारण बता रहे हैं।

नैनीताल-ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट पर ऊधम सिंह नगर जिले की नौ और नैनीताल जिले की पांच विधानसभा आती हैं। इस संसदीय सीट पर 20,15,809 मतदाता हैं। संसदीय सीट पर बने 2329 पोलिंग बूथ पर लोगों ने मतदान किया। शाम पांच बजे तक संसदीय सीट पर 61.75 प्रतिशत मतदान हुआ। इस संसदीय सीट पर नैनीताल विधानसभा सीट पर सबसे कम 50.24 और सितारगंज में सबसे अधिक 69 प्रतिशत मतदान हुआ है।

नैनीताल जिले की बात करें तो यहां पर 50 पोलिंग बूथ ऐसे थे जहां पर मत प्रतिशत पचास प्रतिशत से कम रहता है। ऐसे में चुनाव में मत प्रतिशत को 75 प्रतिशत ले जाने का लक्ष्य रखा गया। चकाचक बूथ बनाने के साथ बुजुर्ग व दिव्यांग जनों को घर से लाने के लिए वाहनों की व्यवस्था भी की गई थी लेकिन 61 प्रतिशत का आंकड़ा किसी भी विधानसभा में नहीं पहुंचा है। चुनाव प्रचार के समय जनप्रतिनिधियों और स्टार प्रचारकों की मतदान की अपील भी काम नहीं आई। पिछले लोकसभा चुनाव में नैनीताल- ऊधम सिंह नगर संसदीय सीट पर मतदान प्रतिशत 68.83 रहा था।

वोट प्रतिशत कम होने के ये रहे प्रमुख कारण

  • चुनाव के प्रति वोटरों की रुचि कम होना
  • स्थानीय मुद्दों की कमी
  • प्रत्याशियों को लेकर क्रेज कम होना
  • युवाओं का नौकरी के लिए बाहर होना
  • मौसम का थोड़ा प्रतिकूल होना
  • विवाह समारोह

नैनीताल-यूएसनगर सीट पर वोटिंग का ब्योरा
वर्ष मत प्रतिशत
2004 48.87
2009 58.65
2014 68.00
2019 68.83
2024 61.75

पुरुषों ने किया अधिक मतदान
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट पर संसदीय सीट पर 1047118 पुरुष और 968636 महिला मतदाता हैं। इसमें 641871 पुरुष और 590569 महिला मतदाताओं ने मतदान किया। इसमें पुरुषों के मतदान का प्रतिशत 61.29 और महिलाओं का प्रतिशत 60.96
रहा है।

कालाढूंगी: बहिष्कार की चेतावनी के बाद कम पड़े वोट
कालाढूंगी विकास खंड कोटाबाग के सूरपुर में लगने वाले एथेनॉल प्लांट के विरोध में ग्रामसभा रतनपुर के गांव देवीपुरा, रतनपुर, नारीपुर, हरिपुर, करमपुर, सगतपुर के नाराज ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी थी। जिसके मद्देनजर राउमावि देवीपुरा में इन गावों के बने दो मतदान केंद्रों पर पिछले चुनाव के मुकाबले मत प्रतिशत कम रहा। यहां बूथ संख्या 52 पर कुल 977 मतों में से 209 (21.4%) मत ही पड़े जबकि बूथ संख्या 53 पर कुल 515 मतों में से 137 (26.6%) लोगों ने मतदान किया।

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